Movie prime

Lok Sabha की 17 सीटों पर JDU का दावा, अशोक चौधरी बोले- जीत तो सिर्फ नीतीश कुमार दिला सकते हैं, उनके पास बड़ा जन-आधार

 

बिहार में I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है. बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 17 पर जेडीयू ने दावा ठोका है. सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के कई नेताओं ने साफ कहा है कि जो उनकी अभी 16 सीटिंग सीट है उस पर नहीं लड़ने का कोई सवाल ही नहीं है. महागठबंधन में एक तरफ जहां सीटों को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है तो वहीं जेडीयू का सीटों को लेकर दावा बरकरार है. अब जेडीयू नेता और नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने अपने सहयोगी दलों को कारण बताया है कि क्यों 17 सीटों पर पार्टी दावा कर रही है

जेडीयू नेता और नीतीश सरकार में भवन निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपनी बात कही और इसके पीछे का आधार बताया. उन्होंने लिखा, "INDIA गठबंधन में जदयू) की 17 सीटों के दावों का आधार भी है. पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीयू 16 सीटों पर जीती थी, कुल मिलाकर 17 सीटों पर हमलोग लड़े थे."

अशोक चौधरी ने कहा कि महागठबंधन में शामिल छोटी पार्टियां बढ़ चढ़ कर दावे कर रही है. कांग्रेस को 11 सीट चाहिये. माले को 5 सीट चाहिये. सीपीआई औऱ सीपीएम ने 3-3 सीटों पर दावेदारी कर दी है. इन्हीं सीटों को जोड़ दें ये संख्या 22 हो जाती है. यानि बाकी बचे 18 सीटों पर जेडीयू औऱ राजद चुनाव लड़ेगी. ऐसा नहीं हो सकता.

अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार में बीजेपी को हराने की ताकत नीतीश कुमार में है. ये साबित हो चुका है कि नीतीश कुमार जिसके साथ भी चुनाव लड़े, वो चुनाव जीता. 2015 में नीतीश कुमार राजद के साथ थे तो महागठबंधन जीत गया था. 2019 और 2020 में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे तो एनडीए की जीत हो गयी थी. अब 2024 में नीतीश जी I.N.D.I.A गठबंधन के साथ रहेंगे तो उसकी ही जीत होगी औऱ भाजपा हारेगी.

अशोक चौधरी ने अपने पोस्ट में सीएम नीतीश कुमार की एक बड़ी तस्वीर शेयर की है जिसके साथ लिखा गया है, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास एक बड़ा जन-आधार है, एक बड़ा चेहरा हम लोगों के पास है, नीतीश जी जिस गठबंधन में भी रहे हैं उसका पलड़ा भारी रहा है." बता दें कि इसके पहले केसी त्यागी, विजेंद्र प्रसाद यादव और विजय कुमार चौधरी जैसे जेडीयू के बड़े नेताओं ने 17 सीट पर अपना दावा रखा है. अब अशोक चौधरी ने सहयोगी दलों को साफ संदेश दे दिया है.