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पिता की मांग से मंत्री संतोष सुमन मांझी ने काटी कन्नी, बोले- उनकी बात, उन्हीं से पूछिए

 

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा(सेक्यूलर) के संरक्षक जीतन राम मांझी लगातार अपनी पार्टी के लिए एक से अधिक मंत्रालय की मांग पर अड़े हुए हैं. अपने संतोष सुमन मांझी बेटे को मिले विभाग को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की है. इनसब के बीच आज मंत्री संतोष सुमन मांझी ने अपने विभाग का कार्यभार संभाल लिया. इसके बाद उन्होंने अपने पिता की मांग से पूरी तरह कन्नी काट ली. उन्होंने साफ कहा कि उनकी बात उन्हीं से पूछिए.

मंत्री संतोष सुमन मांझी ने खुद को मिले विभाग को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि मेरे मन में विभाग को लेकर कोई संशय होता तो मैं मंत्री की कुर्सी पर बैठा नहीं होता. संतोष सुमन ने कहा कि सब कुछ ठीक है तभी तो मैं विभाग में बैठा हूं. जो विभाग मुझे मिला है उससे मैं खुश हूँ. एक व्यक्ति को एक ही विभाग मिल सकता है. हर व्यक्ति को हर विभाग तो दिया नहीं जा सकता. हर विभाग का अपना महत्व है. मेरे अंदर क्षमता होगी तो मैं यहां भी बेहतर काम कर सकता हूं.

जीतन राम मांझी की मांग को लेकर मंत्री संतोष सुमन मांझी ने कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है वो उनकी व्यक्तिगत राय है. मैं उसपर ज्यादा कुछ नहीं बोल सकता हूँ. उनकी बात, उन्हीं से जाकर पूछिए.

बता दें कि जीतन राम मांझी का कहना है कि इस बात का मुझे दुःख है कि जब मैं मंत्री बना तो मुझे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति विभाग मिला. अब जब मेरा बेटा मंत्री बना है तो उसे भी यही विभाग मिला है. क्या कोई दूसरा विभाग नहीं मिल सकता है? पुल-पुलिया, सड़क या भवन के निर्माण से जुड़ा विभाग क्यों नहीं मिल सकता है?