नीतीश सरकार का 'युवा आयोग': भविष्य की राजनीति में युवाओं को अहम मोहरा बनाने की तैयारी

Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में ‘बिहार युवा आयोग’ के गठन को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा है। जदयू प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सिंह सेतु ने इस कदम को "ऐतिहासिक, युगांतकारी और दूरदर्शी" करार देते हुए कहा है कि यह आयोग महज एक सरकारी निकाय नहीं, बल्कि बिहार के नौजवानों के लिए सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन का मंच साबित होगा।
ओमप्रकाश सेतु ने कहा, “हम नीतीश कुमार जी के इस फैसले के लिए आभारी हैं। यह आयोग युवाओं की आवाज़ को न केवल सरकार तक पहुंचाएगा, बल्कि उन्हें शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस अवसर भी देगा। उनके मुताबिक, यह आयोग सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के मूल्यों को मज़बूत करेगा और युवाओं को राजनीतिक भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा।

इसके लावा उन्होंने यह भी बोला कि आयोग नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सपनों को साकार करने के लिए एक संवाद मंच की भूमिका निभाएगा।
विशेषज्ञों की मानें तो यह आयोग महज़ सलाहकार संस्था नहीं रहेगा, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं को साधने की एक रणनीतिक चाल भी हो सकता है। यह देखा जाना बाकी है कि इस आयोग के ज़रिए युवाओं को वास्तविक सशक्तिकरण मिलेगा या यह सिर्फ एक राजनीतिक कार्ड बनकर रह जाएगा।