वोटर सूची पर सियासी संग्राम: ऋतुराज सिन्हा का तेजस्वी यादव पर तीखा हमला, "झूठ और भ्रम की राजनीति नहीं चलेगी"

Bihar: बिहार में वोटर सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा ने तेजस्वी यादव और उनके गठबंधन सहयोगियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष पर "झूठ और भ्रम फैलाने की साज़िश" रचने का आरोप लगाया और कहा कि "राम जी के देश में झूठ और भ्रम पनप नहीं सकता।"
विपक्ष के भ्रम की राजनीति को जनता समझ चुकी है: ऋतुराज
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव, कांग्रेस और INDIA गठबंधन जनता के बीच भ्रम और भय का माहौल बनाकर अपने राजनीतिक हित साधना चाहते हैं, लेकिन जनता अब सब समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने विपक्ष की रणनीति पर तंज कसते हुए कहा: “पहले कहते हैं कि संविधान खतरे में है, फिर सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और सरकारी संस्थाओं के फैसलों को नकार देते हैं। ये कैसा लोकतंत्र है?”

सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने विपक्ष की बोलती बंद की
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा SIR प्रक्रिया पर अंतरिम रोक से इनकार करना विपक्षी दलों की दुष्प्रचार नीति पर करारा प्रहार है। उन्होंने बताया कि कोर्ट ने चुनाव आयोग को दस्तावेज के रूप में आधार, वोटर ID और राशन कार्ड को शामिल करने पर विचार करने की बात कही है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि प्रक्रिया पारदर्शी और संवैधानिक है।
अब लालटेन की जरूरत नहीं, बिहार में रोशनी है
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए सिन्हा ने कहा:
- "राजद काल का अंधकार अब समाप्त हो चुका है। बिहार को अब लालटेन की नहीं, विकास की रोशनी की जरूरत है। जनता भ्रम और भय से नहीं, सच्चाई और सेवा से तय करती है कि कौन सही है।"
सवालों की झड़ी: क्या अब सुप्रीम कोर्ट भी असंवैधानिक हो जाएगा?
ऋतुराज सिन्हा ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए पूछा:
- "क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अब उस सुप्रीम कोर्ट को भी गलत ठहराएंगे जिसकी दुहाई वो अब तक देते रहे हैं? यह तो वही बात हुई कि जब निर्णय अपने अनुकूल हो तो सही, वरना असंवैधानिक?"
संविधान सबको अभिव्यक्ति का अधिकार देता है, अराजकता का नहीं
बीजेपी नेता ने कहा कि लोकतंत्र में सबको बोलने की आज़ादी है लेकिन अराजकता फैलाने की इजाजत किसी को नहीं। उन्होंने दो टूक कहा कि "बिहार की जनता अब भ्रम और भय फैलाने वालों को पहचान चुकी है।"
मुख्य बिंदु:
- ऋतुराज सिन्हा ने विपक्ष पर सुप्रीम कोर्ट और संवैधानिक संस्थाओं के निर्णयों को नकारने का आरोप लगाया।
- सुप्रीम कोर्ट द्वारा SIR पर रोक लगाने से इनकार को बताया विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश।
- तेजस्वी यादव पर लगाया बिहार बंद के नाम पर भय फैलाने का आरोप।
- कहा—"संविधान आज़ादी देता है, पर अराजकता की इजाजत नहीं।"