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तेलंगाना फैक्ट्री विस्फोट में बिहार के 10 मजदूरों की मौत, भाकपा-माले ने सरकार पर आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया

 
Bihar: तेलंगाना में हुए भीषण फैक्ट्री विस्फोट में बिहार के कम से कम 10 प्रवासी मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है। भाकपा-माले नेताओं का आरोप है कि सरकार मृतकों की सही संख्या छिपा रही है। हादसे की न्यायिक जांच और पीड़ित परिवारों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग उठाई गई है।

घटना का पूरा जानकारी:

  • स्थान: नलगोंडा, तेलंगाना
  • घटना: एक कैमिकल फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट
  • मृतक: 40 से अधिक (अनुमानित), जिनमें 10 बिहार के
  • लापता: 1 बिहार निवासी मजदूर
  • प्रभावित मजदूर: 114 में से कई गंभीर रूप से झुलसे

भाकपा-माले का आरोप:

रविवार को पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में भाकपा-माले सांसद राजाराम सिंह और पूर्व विधायक मनोज मंजिल ने दावा किया कि तेलंगाना सरकार और संबंधित प्रशासन मृतकों की सही संख्या छिपा रहे हैं। उनके अनुसार, विस्फोट के समय 143 मजदूर प्लांट में काम कर रहे थे, जिनमें से 114 गंभीर रूप से प्रभावित हुए। बिहार के 10 मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और एक मजदूर लापता है जिसकी मौत की आशंका जताई गई है।

मृतकों की पहचान (बिहार):

क्रमांक                          नाम                       जिला                    गांव/स्थान        
1                           शशि भूषण कुमार           रोहतास                      दिलियां
2                           नागा पासवान                रोहतास                     किरियावां
3                           दिलीप गोसाई               रोहतास                       अमरथा
4                          दिलीप कुमार                रोहतास                       अमरथा
5                          लक्ष्मी मुखिया                 दरभंगा                          बाथ
6                          राज कुमार                     नवादा                       तनपुरा
7                          तस्लीमुद्दीन अंसारी          भोजपुर                       दवाना  
8                          शंभू राम                        भोजपुर                       अक्रूआं
9                          मुनमुन चौधरी                 भोजपुर                       आरा
10                        शिवजी बिंद (लापता)        भभुआ                      करजावां

भाकपा-माले की मांगें:

  1. मृतकों के परिजनों को ₹20 लाख का मुआवजा दे राज्य सरकार
  2. घटना की न्यायिक जांच करवाई जाए
  3. विस्फोट में झुलसे और घायल मजदूरों के समुचित इलाज की गारंटी
  4. प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए अंतरराज्यीय निगरानी तंत्र की स्थापना

घटना की पृष्ठभूमि:

तेलंगाना की एक केमिकल यूनिट में 3 जुलाई को दोपहर जोरदार विस्फोट हुआ था। इस फैक्ट्री में बिहार, झारखंड और ओडिशा से सैकड़ों प्रवासी मजदूर काम करते हैं। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पास की इमारतें भी हिल गईं और आग कई घंटों तक जलती रही।

हालांकि तेलंगाना सरकार की ओर से 18 मौतों की आधिकारिक पुष्टि की गई है। लेकिन मजदूर संगठनों और स्थानीय मीडिया के अनुसार वास्तविक संख्या 40 से अधिक है। कई मजदूरों के शव बुरी तरह जल गए, जिससे पहचान करना में काफी मुश्किल हो रही है।

अन्य जानकारी इस प्रकार है:

  1. राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
  2. मृतकों के शव बिहार लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
  3. भाकपा-माले ने केंद्र सरकार से भी हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि जिम्मेदार प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके।
  4. बिहार सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

मौजूदा आँकड़े:

  1. अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 33 से 39 के बीच लोग घायल बताए जा रहे हैं।  
  2. स्थानीय रिपोर्ट्स से यह भी कहा जा रहा है कि मौतों की संख्या 42 तक जा सकती है और अभी भी 8–12 लोग लापता हैं। 
  3. बचाव दल अब भी मलबे की खुदाई में लगा हुआ है।