अमृत भारत एक्सप्रेस से 'तेज़-सस्ता-सटीक' सफर: पटना- दिल्ली और दरभंगा-लखनऊ के यात्रियों को मिलेगा नया विकल्प

Patna: देश की आम जनता के लिए रेलवे एक ज़रिया भर नहीं, जीवन की धड़कन है। अब इसी धड़कन को और तेज़, किफायती और व्यवस्थित बनाने के लिए भारतीय रेलवे एक नई पहल की ओर कदम बढ़ा रहा है। ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ के नाम से शुरू होने जा रही नई ट्रेनें न सिर्फ नई तकनीकी सोच का नमूना हैं, बल्कि बदलते भारत की ज़रूरतों के मुताबिक डिज़ाइन की गई हैं।
इस पहल के तहत पटना से नई दिल्ली और दरभंगा से गोमतीनगर (लखनऊ) के बीच दो नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें जल्द ही पटरी पर दौड़ती नजर आएंगी। दोनों ही रूट्स के लिए प्रस्तावित समय तैयार हो चुकी है और रेलवे बोर्ड की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
पटना से दिल्ली: रोजाना की थकान का ‘तेज़ इलाज’

- प्रस्थान: शाम 4:30 बजे पटना जंक्शन
- स्टॉपेज: 18 प्रमुख स्टेशन
- कोच: 22, केवल स्लीपर क्लास (गैर-वातानुकूलित)
- विशेषता: 20% तक समय की बचत
इस ट्रेन को खासतौर पर उन यात्रियों के लिए तैयार किया गया है जो अक्सर राजधानी की ओर सफर करते हैं। लेकिन वातानुकूलित किराया जेब पर भारी पड़ता है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कम किराए में अधिक दूरी और तेज रफ्तार इसका मुख्य आकर्षण होगा।
दरभंगा से लखनऊ: पूर्वांचल को मिलेगा नया विकल्प
- दरभंगा से रवाना: दोपहर 3 बजे
- गोरखपुर आगमन: रात 11:25 बजे
- गोमतीनगर पहुंचना: अगली सुबह 5:00 बजे
- वापसी: सुबह 8 बजे गोमतीनगर से, रात 10 बजे दरभंगा वापसी
- स्टॉपेज: 15
यह ट्रेन खासतौर पर पूर्वी यूपी और बिहार के यात्रियों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जो लंबे समय से किफायती, नियमित और समयबद्ध विकल्प की तलाश में थे। अब ये यात्रा न सिर्फ सुगम होगी, बल्कि थकान रहित भी।
18 जुलाई को हो सकता है शुभारंभ: पीएम देंगे हरी झंडी
बताया जा रहा है कि,18 जुलाई को मोतिहारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित चुनावी सभा के दौरान ही इन दोनों ट्रेनों को वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जा सकता है। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने स्टेशनों की सफाई, तकनीकी जांच और यात्रियों की सुविधा जैसे कार्यों को प्राथमिकता पर रखते हुए तैयारी तेज कर दी है।
क्या है 'अमृत भारत' की सोच?
‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ केवल एक नई ट्रेन नहीं, बल्कि रेलवे की बदलती प्राथमिकताओं की झलक है। इसमें उच्च गति के साथ-साथ लोकल यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए गैर-वातानुकूलित स्लीपर कोच ही रखे गए हैं। यानी आम आदमी का ध्यान पहले रखा गया है।
जल्द आएगा फाइनल टाइमटेबल और किराया चार्ट
वहीं, रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलते ही इन ट्रेनों की अंतिम समय-सारणी, किराया संरचना और बुकिंग डेट्स सार्वजनिक की जाएंगी। फिलहाल यात्रियों और रेल प्रेमियों में इसको लेकर उत्साह साफ नज़र आ रहा है।