पटना में 8 और 9 जुलाई को ऑटो-ई-रिक्शा हड़ताल: नए ट्रैफिक नियमों के विरोध में सड़कों पर सन्नाटा

Bihar, Patna: अगर आप पटना में रहते हैं या इन दिनों राजधानी की ओर सफर करने की सोच रहे हैं, तो जरा संभल जाइए। 8 और 9 जुलाई को शहर में ऑटो और ई-रिक्शा सेवाएं पूरी तरह ठप रहने वाली हैं। ये हड़ताल नए ट्रैफिक नियमों के विरोध में की जा रही है, जिसे लेकर चालक संघों ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
क्यों हो रही है हड़ताल?
पटना में नए ट्रैफिक नियमों के तहत चालकों पर भारी जुर्माना, लाइसेंस व दस्तावेज़ों की सख्ती और रूट परमिट की शर्तों को लेकर चालकों में नाराजगी है। ऑटो और ई-रिक्शा संघों का कहना है कि जिला प्रशासन उनकी परेशानियों को सुनने को तैयार ही नहीं है। बार-बार ज्ञापन देने और वार्ता की कोशिशों के बावजूद उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।

इसी को लेकर संघ के एक प्रतिनिधि ने कहा,कि "हम मजबूरी में दो दिन की सांकेतिक हड़ताल कर रहे हैं। अगर इसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा, तो अनिश्चित समय के लिए हड़ताल भी संभव हो सकता है।
हड़ताल से आम लोगों को कितनी परेशानी?
- शहर में रोज़ाना लाखों लोग ऑटो और ई-रिक्शा से सफर करते हैं, खासकर वे जो ऑफिस, स्कूल, कॉलेज या बाजार जाते हैं। हड़ताल के दौरान:
- ओला-उबर और निजी टैक्सी सेवाओं पर दबाव बढ़ेगा।
- अचानक किराया बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है।
- स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों और बुज़ुर्गों को दिक्कत हो सकती है।
- पैदल यात्रा या साइकल का सहारा लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है।
- 9 जुलाई को 'बिहार बंद' का भी असर हो सकता है।
- सुबह से दोपहर तक सड़कों पर सन्नाटा देखा जा सकता है।
- दुकानें, बाजार, निजी संस्थान बंद रहने की आशंका।
- सरकारी कार्यालयों और आपातकालीन सेवाएं बाधित हो सकती है।