अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के बाद किशनगंज में ब्रिज का पिलर धंसा, आवागमन हुआ ठप
बिहार में बीते दिन खगड़िया-अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच 1700 करोड़ से ज्यादा की रकम से बना रहा पुल गिर गया. इस घटना के बाद नीतीश सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी. वैसे ये मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक और ऐसी घटना सामने आकर खड़ी हो गयी है. अब किशनगंज में राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 327 ई पर ठाकुगगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल अचानक धंस गया है. जिसके बाद किशनगंज-सिलीगुड़ी-अररिया जाने वाले रास्ते में आवागमन ठप हो गया है.
आपको बता दें कि किशनगंज में राष्ट्रीयउच्च पथ संख्या E पर मेची नदी पर गोरी के पास बन रहे पुल का पाया अचानक से धंस गया. इस पुल का निर्माण जीआर इंफ्रा कंपनी कर रही है. जीआर इन्फ्रा के द्वारा करोड़ों की लागत से 94 किमी लम्बे गलगलिया से अररिया एनएच 327 ई का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है. इस सड़क पर दर्जन भर नए पुलों का निर्माण होना है. इन्हीं महत्वपूर्ण पुलों में एक गौरी गांव के पास मेची नदी पर भी छह स्पेन का पुल बना है, जिसका बीच का पाया शुक्रवार (23 जून) को धंस गया. वैसे पुल का पाया धसने के बाद निर्माण ऐजेंसी की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
वैसे रिपोर्ट की माने तो इसके निर्माण पर 1546 करोड़ खर्च हो रहे हैं. सड़क का निर्माण दो पैकेज में हो रहा है. पहले पैकेज में गलगलिया से बहादुरगंज के बीच सड़क है, जो 49 किमी लंबी है. इसके निर्माण में सिविल लागत 599 करोड़, जबकि इस परियोजना पर कुल 766 करोड़ खर्च होना है. वहीं, दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच सड़क का निर्माण होने वाली 45 किमी लंबी इस सड़क की सिविल लागत 598 करोड़ है. इस पर कुल खर्च 780 करोड़ 32 लाख होना है.