बिहार के स्कूलों में फर्जी हाजिरी का खुलासा, ई-शिक्षाकोष पोर्टल बना धांधली का अड्डा

बिहार सरकार द्वारा शिक्षकों की उपस्थिति में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया ई-शिक्षाकोष पोर्टल अब गड़बड़ियों और धोखाधड़ी का अड्डा बनता जा रहा है। कई जिलों से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां शिक्षक तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं और फर्जी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ मामलों में महिला शिक्षकों की पहचान का इस्तेमाल कर पुरुष शिक्षक अपनी हाजिरी दर्ज करा रहे हैं। कई शिक्षक वास्तविक सेल्फी की जगह पासपोर्ट साइज फोटो या किसी अन्य स्थान की तस्वीर अपलोड कर रहे हैं।
दूर बैठे ‘ड्यूटी पर’ शिक्षक
चंदौली हिंदी कटरा के शिक्षक मोहम्मद नेमातुल्लाह पर आरोप है कि वे 80 से 90 किलोमीटर दूर बैठकर ‘मार्क ऑन ड्यूटी’ कर रहे हैं और साथ ही किसी अन्य व्यक्ति की तस्वीर का उपयोग कर उपस्थिति बना रहे हैं। वहीं, डुमरिया मोतीपुर की शिक्षिका अमिता कुमारी स्कूल की सेल्फी की बजाय सड़क या अन्य इमारत की तस्वीर अपलोड कर रही हैं।

कई शिक्षक वीडियो या फर्जी फोटो के जरिए अपनी हाजिरी दर्ज कर रहे हैं। नवादा कन्या कटरा के संजीत सहनी, शीतल सेमरा मोतीपुर के अमित कुमार, और मंसूरपुर बोअरिया की अमृता सिंह जैसे नामों पर गड़बड़ियों की पुष्टि हुई है। कुछ शिक्षक मास्क या दुपट्टे से चेहरा ढककर किसी अन्य के स्थान पर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। कैमरा बंद कर देना अब एक आम रणनीति बन गई है, जिससे निगरानी से बचा जा सके।
तीन दिन में मांगा गया स्पष्टीकरण
जिलास्तरीय शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) अजय कुमार सिंह ने सभी संदिग्ध शिक्षकों से तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह की गड़बड़ियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिहार में शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता को चुनौती देती ये घटनाएं चिंता का विषय बन चुकी हैं। विभाग ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भविष्य में ऐसी करतूतों पर कठोर निगरानी रखी जाएगी।