पटना में अपराधियों ने तीन सगे भाइयों को मारी गोली, एक की मौत, भीड़ ने आरोपी के घर में लगाई आग

राजधानी पटना में अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम देने में लगे हैं. एक बार फिर पटना में खूनी खेल खेला गया है, जहां तीन भाइयों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई. इसमें एक भाई की मौत हो गई, जबकि दो भाई अभी भी गंभीर स्थिति में इलाजरत है. मामला रामकृष्ण नगर थाने का है, जहां पिपराही गांव में बीती रात करीब 10 बजे वारदात को अंजाम दिया गया
जानकारी के मुताबिक चार से पांच बाइक से तकरीबन 10 की संख्या में आए अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें राजेश, शिवम और गजेंद्र नाम के तीन व्यक्ति को गोली लगी और तीनों बुरी तरह घायल हो गए. तीनों को आनन फानन में निजी अस्पताल भेजा गया, जहां राजेश की मौत हो गई और शिवम और गजेंद्र गंभीर रूप से घायल हैं. पीड़ित के परिजनों के मुताबिक पास के शेखपुरा गांव के रहने वाले सोनू और मिट्ठू सहित उसके गैंग के लोगों ने गोलीबारी की है.
घटना से गुस्साए लोगों ने आरोपी सोनू के घर को भी जला डाला. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर रामकृष्ण नगर थाना की पुलिस सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंचे और किसी तरह आरोपी के घर में लगी आग को बुझाया और मामले को शांत कराया. पूर्वी डीएसपी भारत सोनी ने कहा कि इसमें इस घटना में शेखपुरा और पिपराही दोनों गांव के लोग संलिप्त हैं.

जानकारी मिली कि दोनों गांव से तकरीबन 10 की संख्या में अपराधी आए और घटना को अंजाम दिया हैं. उन्होंने बताया कि अपराधियों की पहचान हुई है. जल्द ही हम लोग सभी अपराधी को गिरफ्तार कर लेंगे. घटना की वजह क्या है वह अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है. इस घटना में शेखपुरा गांव के सोनू मुख्य आरोपी है. परिजनों के मुताबिक इस घटना को अंजाम देकर सभी बाइक से फरार हो गए.
बताया जाता है कि राजेश घर के पास ही कंस्ट्रक्शन का समान सरिया, सीमेंट बालू का व्यवसाय कर रहा था, जबकि दोनों भाई गजेंद्र और शिवम इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाते थे. मृतक राजेश जमीन का भी कारोबार करता था. बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम घर के पास ही दिया गया है. पहले यह लोग दुकान में लूटपाट करने के लिए पहुंचे, जिसका विरोध किया गया तो फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में गजेंद्र का चाचा अनिल कुमार यादव की पिछले वर्ष गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह भी जमीन को कारोबारी थे.