जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर

बिहार में 51389 निवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया है. गया के महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने 1940 बीपीएससी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. नियुक्ति पत्र लेने वालों में एक ऐसा भी सफल अभ्यर्थी शामिल था, जिसने पटना की बेऊर जेल में रहकर पढ़ाई की और सफलता भी पाई. नियुक्ति पत्र लेने के लिए उसको हथकड़ी लगी हालत में ही बोधगया लाया गया था. कड़ी निगरानी के बीच उसने हथकड़ी लगे हाथों से ही ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया.
1940 बीपीएससी शिक्षकों के बीच विपिन कुमार पर सब की निगाहें टिकी रही, क्योंकि विपिन कुमार के हाथों में हथकड़ी लगी थी और इस हालत में पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच महाबोधि संस्कृति केंद्र में नियुक्ति पत्र लेने को लाया गया था. नियुक्ति पत्र पाने के बाद विपिन कुमार ने बताया कि वह जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव का रहने वाला है. जेल में रहकर ही 18 महीने तक पढ़ाई की और सफलता हासिल की.

विपिन ने बताया कि वह पटना के दानापुर में एक प्राइवेट कोचिंग चलाता था. किसी बात को लेकर एक छात्रा को पीट दिया था, जिसके बाद मुझे गलत आरोप लगाकर फंसा दिया गया था. इस मामले में 18 महीने से बेऊर जेल में बंद हैं. जेल में ही में रोजाना 5 से 6 घंटे पढ़ाई करता था. नियुक्ति पत्र मिलने से काफी खुशी है. उसने आरोप लगाया कि एक कोचिंग संचालक ने छात्रा से गलत आरोप लगाकर मुझे फंसवा दिया गया.
डेढ़ साल पहले एक नाबालिक छात्रा ने मेरे खिलाफ दानापुर थाने में मामला दर्ज कराया था. गिरफ्तारी के बाद मैं पटना की बेऊर जेल में रहते हुए ही तैयारी की और सफलता प्राप्त की. शिक्षत नियुक्ति पत्र मिलने से खुश हूं, पहले प्राइवेट टीचर था लेकिन अब सरकारी शिक्षक बन गया.
रविवार को गया में शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान मंत्री नीतीश मिश्रा ने विपिन को भी नियुक्ति पत्र सौंपा. विद्यालय अध्यापक पद के सामान्य विषय के लिए उसका चयन हुआ है. वह पोक्सो एक्ट का आरोपी है और 18 महीने से पटना स्थित बेऊर जेल में बंद है. वहीं, नियुक्ति पत्र मिलने के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया.