सरदार पटेल नहीं राजेंद्र बाबू की प्रतिमा होगी विश्व में सबसे ऊंची, 4 हजार करोड़ की लागत से पटना में होगा निर्माण

बिहार की राजधानी पटना में विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा बनेगी. ये प्रतिमा भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की होगी. जिसके निर्माण में करीब 4 हजार करोड़ रुपये खर्ज किए जाएंगे. मिली जानकारी के अनुसार इस प्रतिमा की ऊंचाई 243 मीटर होगी. इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ विजडम के नाम से जाना जाएगा. पटना नगर निगम की सशक्त स्थाई समिति की आठवीं साधारण बैठक में इसे बनाने का प्रस्ताव पास हो गया है. जिसके बाद स्वीकृति के लिए इसे राज्य सरकार के पास भेज दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 243 मीटर ऊंची प्रतिमा पटना में गंगा नदी के तट पर स्थित उनकी समाधि स्थल के पास बनाई जाएगी. यहां पर पांच एकड़ से भी ज्यादा भूमि खाली पड़ी है.
बता दें कि मौजूदा समय में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा गुजरात में नर्मदा नदी के तट पर स्थित भारत के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की है. इसकी कुल ऊंचाई 182 मीटर है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो इसे बनाने में कुल तीन हजार करोड़ का खर्च आया था. इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से भी जाना जाता है. डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 61 मीटर अधिक ऊंची होगी.

पटना की मेयर सीता साहू ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद 1923 में पटना नगर पालिका के चेयरमैन बने, जिसके 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति ने यह प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा है. इसमें जगह और अनापत्ति प्रमाणपत्र नगर निगम देगी, जबकि आदमकद प्रतिमा का निर्माण और उसे स्थापित करने का कार्य राज्य सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की पटना न केवल कर्मभूमि रही, बल्कि उनकी समाधि भी पटना में ही है.
उन्होंने बताया कि प्रतिमा के निर्माण राजेंद्र प्रसाद की समाधि के पास गंगा तट पर किया जायेगा. प्रतिमा स्थापित होने के बाद उनकी समाधि स्थल के आसपास के क्षेत्रों को विकसित कर पर्यटन स्थल का रूप दिया जा जायेगा. उन्होंने इसकी ऊंचाई के संबंध में बताया कि विधानसभा सदस्यों की संख्या के बराबर प्रतिमा की ऊंचाई रखी गयी है. उन्होंने कहा कि 200 फुट ऊंचे पैडेस्टल पर यह प्रतिमा स्थापित होगी और इस प्रकार भूतल से इसकी कुल ऊंचाई लगभग एक हजार फुट हो जायेगी, जो कई किलोमीटर दूर से ही नजर आयेगी.