कौन बनेगा करोड़पति ‘का 11 वां सीजन अमिताभ बच्चन के इस कविता के साथ शुरू हुआ
गर जुनून है सर पर तेरे और अंतर में हो विश्वास,
फिर ठोकर और ठुकराने का होगा कहां तुम्हें एहसास.
मकसद में सच्चाई है तो सीना ठोक के यही कहो,
झुकना होगा दुनिया तुमको विश्वास पर अपने खड़े रहो.
अड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो…
दुनिया बदली है जिसने भी पहले उसको इंकार मिला,
अपमानों का हार मिला और तानों का उपहार मिला.
हर श्वास में विश्वास भरो लहरों के विपरीत बहो,
हाथों में विजय मशाल लिए. विश्वास पे अपने खड़े रहो.
अड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो…
अपने सपने तुम स्वयं चुनो और बुन लो विश्वास की डोरी से,
तुम विजय गर्जना के नायक, तुम को क्या करना लोरी से.
तुम स्वयं सिद्ध इस जीवन के, उन्मुक्त गगन में उड़ो चलो,
आरंभ आज से नवयुग का, विश्वास में अपने खड़े रहो.
अड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो…
इस कविता के साथ-साथ हुई केबीसी के मंच पर अमिताभ बच्चन की एंट्री. और खेल की शुरुआत हुई केबीसी के जादूगर अमिताभ बच्चन की दमदार आवाज से. उन्होंने इस बार कौन बनेगा करोड़पति की टैगलाइन, अड़े रहो को बताते हुए ये कविता सुनाई.
भले ही केबीसी के 19 साल के सफर के साथ अमिताभ बच्चन उम्र के पड़ाव में आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन उनकी एनर्जी में आज भी कोई कमी नहीं है. वही आवाज, वही चाल और देवियों सज्जनों के स्वागत, आभार, अभिनंदन के साथ कौन बनेगा करोड़पति का नया अध्याय हुआ शुरू. 19 सालों से जारी सवाल-जवाब का खेल कौन बनेगा करोड़पति 19 अगस्त को एक बार फिर शुरू हुआ. टीवी पर ज्ञान की 11वीं पाठशाला पहले की तरह ही रात 9 बजे लगी. इस बार शो 13 हफ्तों के सफर को पूरा करेगा. इसका ऐलान पहले ही दिन कर दिया गया.

कौन बनेगा करोड़पति का 11 वां सीजन पहले के सीजन की तरह है. इस बार भी वहीं नियम हैं जो पहले के सीजन में दिखे. ऐसे में ये सवाल उठता है कि केबीसी को वो टीआरपी मिलेगी, क्योंकि पुराने कलेवर में नया सीजन अक्सर चल नहीं पाता है. हालांकि इस सवाल का असली जवाब है अमिताभ बच्चन. भले ही कलेवर पुराना हो लेकिन शो का आकर्षण आज भी पहले जैसा है. इसका अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि पहले दिन के शो का रिस्पांस बेहद शानदार रहा है
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