आनंदमार्गी साधु हत्याकांड के आरोपी प्रिंस खान का एनकाउंटर, भागने के दौरान पैर में लगी गोली

रांची के चान्हो में पुलिस ने एक बड़े अपराधी को दबोचने में सफलता पाई है। आनंदमार्गी साधु मुकेश शाह और उनके साथी की हत्या में शामिल अपराधी प्रिंस खान को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार, प्रिंस खान, जो रांची के पथलकुदुआ का निवासी है, पुलिस की हिरासत में होने के बावजूद थानेदार चंदन गुप्ता की पिस्टल छीनने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए उसके पैर में गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया।
कैसे हुआ आनंदमार्गी साधु की हत्या का खुलासा?
यह घटना 5 मार्च की रात हुई थी, जब चान्हो स्थित आनंदशीला आश्रम में लूटपाट के इरादे से घुसे अपराधियों ने विरोध करने पर साधु मुकेश शाह (50) और उनके सहयोगी राजेंद्र यादव (35) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसी दिन चार आरोपियों—जितेंद्र यादव उर्फ छोटू, अरविंद यादव, सूरज पाहन और अफरोज अंसारी—को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो आरोपी फरार हो गए थे। इनमें से एक, गुलाम गौस, पुलिस के दबाव में आकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका था।

जंगल में सबूत तलाशने गई पुलिस पर हमला
मंगलवार रात पुलिस ने फरार आरोपी प्रिंस खान को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि हत्या के वक्त पहनी खून से सनी जैकेट उसने बुढ़मू के साढ़म जंगल में फेंक दी थी। पुलिस उसे सबूत बरामद करने के लिए जंगल लेकर गई, लेकिन वहां पहुंचते ही उसने अचानक थानेदार चंदन गुप्ता पर हमला कर दिया और उनकी पिस्टल छीनने की कोशिश की। जब वह इसमें असफल रहा तो थानेदार को धक्का देकर भागने लगा, तभी पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर उसे पकड़ लिया।