हेमंत सरकार के फैसले पर बरसे बाबूलाल मरांडी, कहा-युवाओं की उम्मीदों का है अंत

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार की हालिया कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने 8,900 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) और स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) पदों को सरेंडर करने का निर्णय लेकर शिक्षा व्यवस्था को गहरा झटका दिया है।
मरांडी ने कहा कि जब राज्य में पहले से ही शिक्षकों की भारी कमी है, ऐसे समय में इतनी बड़ी संख्या में पदों को रद्द करना न केवल शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि उन लाखों पढ़े-लिखे युवाओं के भविष्य से भी खिलवाड़ होगा, जो वर्षों से शिक्षक बनने की तैयारी में जुटे हैं।

उन्होंने इस फैसले को युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला बताते हुए कहा कि यह निर्णय विद्यार्थियों की पढ़ाई और राज्य की शैक्षणिक गुणवत्ता पर नकारात्मक असर डालेगा। बाबूलाल मरांडी ने सरकार से अपील की है कि वह इस निर्णय को तुरंत वापस ले और रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को जल्द से जल्द भरने की प्रक्रिया शुरू करे।