बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनी की मनमानी, ग्रामीणों के आक्रोश के बाद मिला नियोजन का आश्वासन

कोयलांचल में बीसीसीएल के अधीन चल रही आउटसोर्सिंग कंपनियों की कार्यशैली लगातार विवादों में घिरी हुई है। हाल ही में बाघमारा की हिलटॉप आउटसोर्सिंग में हुई हिंसक झड़प इसका उदाहरण थी, लेकिन इसके बावजूद इन कंपनियों की मनमानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। ताजा मामला पुटकी बलिहारी का है, जहां ईगल दीप आउटसोर्सिंग कंपनी और स्थानीय ग्रामीणों के बीच जमकर टकराव हुआ।
बाउंड्री निर्माण को लेकर भड़के ग्रामीण
ईगल कंपनी बलिहारी में बाउंड्री निर्माण कराने पहुंची थी, लेकिन पहले से ही नाराज ग्रामीणों ने इसका कड़ा विरोध किया। ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक उन्हें नियोजन नहीं दिया जाता, तब तक कंपनी कोई काम शुरू नहीं कर सकती। कंपनी बिना ग्रामीणों की मांगों पर विचार किए अपने कर्मचारियों और गुर्गों के साथ काम शुरू कराने पहुंच गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

मामले ने तूल पकड़ लिया और देखते ही देखते ग्रामीणों और कंपनी के लोगों के बीच धक्का-मुक्की और नोकझोंक शुरू हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में लिया। इसके बाद वार्ता के लिए ग्रामीणों को पुटकी थाना बुलाया गया, जहां महिलाएं भी अपनी मांगों को लेकर डटी रहीं।
ग्रामीणों की मांगें मानी गईं, कंपनी देगी नियोजन
ग्रामीणों का कहना है कि वे अरलगाड़िया की रैयत जमीन के बदले मुआवजा और नियोजन की मांग पहले भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी अनदेखी की जाती रही। इससे पहले भी पीबी एरिया में ईगल कंपनी के मुख्य द्वार पर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना दिया था, जिसके आठवें दिन प्रबंधन ने लिखित आश्वासन दिया था। आज हुई वार्ता में सहमति बनी कि कंपनी तत्काल पांच लोगों को नियोजन देगी और धीरे-धीरे अन्य लोगों को भी शामिल किया जाएगा।