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जमीन विवाद में गई जान भाजपा नेता अनिल टाइगर की जान, शूटर समेत चार गिरफ्तार

भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के पीछे जमीन से जुड़ा गंभीर विवाद सामने आया है। रांची पुलिस ने इस सनसनीखेज मर्डर केस में बड़ी सफलता हासिल करते हुए फरार चल रहे शूटर अमन सिंह समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस इस पूरे मामले का पर्दाफाश गुरुवार की देर शाम तक कर सकती है।
सुपारी लेकर की गई थी हत्या
डीआईजी और रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा की निगरानी में गठित एसआईटी ने इस हत्याकांड की परतें खोलते हुए चार अपराधियों को अपनी गिरफ्त में लिया है। घटना के दिन ही पुलिस ने भागने की कोशिश कर रहे एक शूटर रोहित वर्मा को एनकाउंटर के बाद पकड़ लिया था, जबकि उसका साथी अमन भाग निकलने में सफल रहा था।
रांची पुलिस ने तकनीकी निगरानी की मदद से अब अमन सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह अब तक दो शूटरों समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने हत्या से पहले अनिल टाइगर की रेकी की थी। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि हत्या की सुपारी एक जमीन कारोबारी ने दी थी, जो अनिल के साथ जमीनी रंजिश में उलझा हुआ था। आरोपी पहले से तय कर चुके थे कि पकड़े जाने पर वे लोहरदगा में हुए किसी अन्य केस से खुद को जोड़कर गुमराह करेंगे।
जमीन को लेकर था पुराना विवाद
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अनिल टाइगर और एक जमीन कारोबारी के बीच रांची और लोहरदगा की एक कीमती जमीन को लेकर तनाव चल रहा था। दोनों के बीच पैसों को लेकर भी विवाद था। जब कारोबारी को लगा कि अनिल उसके लिए बाधा बन रहे हैं, तो उसने अमन और रोहित को सुपारी देकर उनकी हत्या करवा दी। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह जमीन कारोबारी पुलिस की गिरफ्त में है या नहीं।
गिरोह से जुड़ाव, सन्नी से भी पूछताछ
शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा कुख्यात अपराधी सन्नी सिंह के गिरोह से जुड़े बताए जा रहे हैं। इस हत्याकांड को लेकर रांची पुलिस ने एटीएस की रिमांड पर चल रहे सन्नी सिंह से भी पूछताछ की है। हालांकि, सन्नी ने अनिल टाइगर की हत्या में अपनी किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया है।