CGL परीक्षा में गड़बड़ी: अब CID करेगी पेपर लीक मामले की गहन जांच, IG के नेतृत्व में विशेष टीम गठित

झारखंड में CGL परीक्षा में गड़बड़ी और पेपर लीक के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस गंभीर प्रकरण की जांच अब CID को सौंपी गई है। झारखंड सरकार ने IG सुदर्शन मंडल की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने DGP अनुराग गुप्ता को इस मामले की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए थे। CID अब 20 दिसंबर को रातू थाना में दर्ज मामले की जांच अपने हाथों में लेगी। इसके अलावा, अगर इस घटना से जुड़े अन्य मामले सामने आते हैं, तो उनकी जांच भी CID द्वारा की जाएगी।
कैसे हुआ पेपर लीक का खुलासा ?
रातू थाना में हजारीबाग के निवासी और ट्यूटर राजेश प्रसाद ने CGL परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके छात्र रामचंद्र मंडल, जो गिरिडीह के महतोडीह का रहने वाला है, ने बलियापुर केंद्र पर परीक्षा के दौरान गड़बड़ी देखी। रामचंद्र ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पहले एक अज्ञात व्यक्ति मोबाइल पर बातचीत करते हुए कुछ लिख रहा था। उसने उस व्यक्ति की तस्वीर ली, लेकिन व्यक्ति ने कागज फाड़कर भागने की कोशिश की।

इस तरह की घटनाएं अन्य परीक्षा केंद्रों जैसे धनबाद के कुमार बीएड कॉलेज, हजारीबाग के दुमरौंन, और रातू के मखमंदरो केंद्र पर भी दर्ज की गईं। एक अन्य अभ्यर्थी आशीष ने घटना की वीडियो क्लिप बनाई, जिसकी बाद में परीक्षा पेपर से तुलना करने पर पेपर लीक की पुष्टि हुई।
झारखंड हाईकोर्ट ने दिए जांच के आदेश
पेपर लीक के मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद झारखंड सरकार ने इस प्रकरण को CID के सुपुर्द किया। DGP अनुराग गुप्ता ने कहा कि CID रातू थाना में दर्ज मामले को टेकओवर करेगी और अन्य संबंधित मामलों की भी जांच करेगी।