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चंपई और हेमंत सोरेन आदिवासी लीडर हो सकते हैं, आदिवासियों के नेता नहीं हो सकते : अमर बाउरी

राज्यपाल ने जो अभिभाषण दिया, वो मुख्यमंत्री ऑफिस (सीएमओ) से लिखकर आया था, न कि प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) से। ये तो वहीं बात हुई चोर मचाए शोर।

झारखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। सदन में आज चंपई सरकार बहुमत साबित करेगी। सदन में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना पक्ष रखते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने सदन में कहा कि सरकार का पहला कदम ही बता रहा है कि आगे क्या होगा। चार साल में सरकार ने इस्तीफा दिया? राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया गया। और जो सरकार गई वो भ्रष्टाचार के आरोपों पर गई है। झारखंड में वंशवाद की सरकार रही है। देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि सत्ता पक्ष की ओर से राज्यपाल के अभिभाषण पर हूटिंग की गई। चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन, आप आदिवासी लीडर हो सकते हैं, लेकिन आदिवासियों के नेता नहीं हो सकते। अमर बाउरी ने यह भी कहा कि राज्यपाल ने जो अभिभाषण दिया, वो मुख्यमंत्री ऑफिस (सीएमओ) से लिखकर आया था, न कि प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) से। ये तो वहीं बात हुई चोर मचाए शोर।

बाउरी ने कहा कि आज बीजेपी पर आरोप लगाया जा रहा है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश की जा रही है। लेकिन देश में, विभिन्न राज्यों में सबसे अधिक बार राष्ट्रपति शासन लगाने का कीर्तिमान कांग्रेस पार्टी ने बनाया है। उन्होंने कांग्रेस को घरेते हुए कहा कि राज्य के विकास से कांग्रेस को लेनादेना नहीं है। कहा कि लोकसभा चुनाव में इस बात का प्रमाण राज्य की जनता खुद देगी। 

वहीं कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा- भाजपा ने ईडी, सीबीआई का डर दिखाकर सरकार तोड़ने का काम किया है। इन्होंने ये कई बार किया है। बीजेपी पैसे के बल पर काम कर रही है। कांग्रेस ने आजादी दिलाने का काम किया। ये कहते हैं कि विधायकों को ले गए। इसकी शुरुआत भी बीजेपी वालों ने की थी। हमने सरकार गिराने, लूटने का काम नहीं किया, बल्कि देश को बनाने का काम किया।