चास : जल जीवन मिशन में सुस्ती पर फूटा भाजपा नेता का गुस्सा, राज्य सरकार को ठहराया जिम्मेदार

चास प्रखंड में जल जीवन मिशन के तहत चल रही नल-जल योजना की धीमी प्रगति पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य कुमार अमित ने नाराज़गी जताई है। बुधवार को वे सोनाबाद स्थित कार्यस्थल पर पहुंचे और वहां कार्यरत एजेंसी से योजना की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई जल जीवन मिशन योजना का उद्देश्य हर ग्रामीण घर तक पाइपलाइन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल पहुँचाना है। इस योजना में केंद्र के साथ झारखंड सरकार की भी बराबर की भागीदारी है। चास प्रखंड में इसके तहत 40 हजार ग्रामीण परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए 10 जलमीनारों का निर्माण और पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रस्तावित है।
हालांकि, काम की रफ्तार अत्यंत धीमी है। एजेंसी ने इसके पीछे झारखंड सरकार द्वारा बिल भुगतान में हो रही देरी को कारण बताया है, जबकि केंद्र सरकार पहले ही राज्य को इस योजना के लिए जरूरी फंड जारी कर चुकी है।
कुमार अमित ने चेताया कि यदि यह कार्य तय समय सीमा—जून माह—तक पूरा नहीं होता है तो यह चिंता का विषय होगा, क्योंकि इससे लगभग ढाई लाख ग्रामीणों की जल आपूर्ति प्रभावित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की लापरवाही से सरकार की मंशा पर सवाल उठता है और यदि कार्य में जल्द सुधार नहीं हुआ तो भाजपा ग्रामीणों के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।

भाजपा नेता ने एजेंसी से अपील की कि वे कार्य को तेजी से आगे बढ़ाएं और जनता के हित में पूरी निष्ठा से प्रयास करें। इस दौरान ग्रामीण करण गोराई, धनंजय कर, रतन महतो, कौशिक मुखर्जी, लालबाबू, काली मंडल, हीरालाल, विनय महतो, हराधन गोप और विवेक अग्रवाल भी मौजूद रहे।