गिरिडीह में अवैध कोयला तस्करी का भंडाफोड़, पुलिस ने जब्त किया मालवाहक

गिरिडीह जिले में अवैध कोयला खनन और तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। गुप्त रूप से निकाले गए कोयले को एक स्थान पर जमा कर मालवाहक वाहन के जरिए बिहार भेजने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन गिरिडीह एसपी डॉक्टर विमल कुमार को इसकी सूचना मिल गई। तुरंत कार्रवाई करते हुए मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापा मारा और वाहन को जब्त कर लिया। पकड़े गए वाहन पर पश्चिम बंगाल का नंबर दर्ज है और यह पूरी तरह कोयले से भरा हुआ था। यह कार्रवाई सीसीएल के बंद पड़े ओपनकास्ट माइंस के पीछे हथखुट्टा जंगल के पास की गई।
रातभर चलता है अवैध खनन, तस्करों का नेटवर्क सक्रिय
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फुसकी बांग्ला से लेकर सतीघाट के आसपास पांच से छह बड़े खंतों का संचालन किया जा रहा है, जहां से अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है। इस अवैध खनन में कई पुराने और शातिर तस्कर शामिल हैं। देर शाम से लेकर सुबह तक कोयला निकालने का काम होता है, जिसके बाद इसे मुख्य रूप से बाइक के जरिए अन्य स्थानों पर पहुंचाया जाता है।

कोयला तस्करी की योजना पर पानी फिरा
आसपास के गांवों के कुछ लोगों के अलावा कोवाड़ मोड़ के आसपास रहने वाले तस्कर और अन्य लोग मिलकर कोयले को खरीदकर जंगल में छिपाकर रखते थे। फिर इसे मालवाहक वाहन में लादकर बिहार भेजने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते तस्करों का यह प्रयास विफल हो गया। सूचना मिलते ही अवर निरीक्षक संजय कुमार और सहायक अवर निरीक्षक सरिता मुर्मू को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने वाहन को जब्त कर लिया। हालांकि, अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर वाहन चालक और तस्कर फरार होने में सफल रहे।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई, फिर भी जारी है तस्करी
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी के पहले सप्ताह में भी इस इलाके से कोयला लदा एक मालवाहक वाहन पकड़ा गया था। अब दोबारा उसी स्थान पर अवैध तस्करी का मामला सामने आने से साफ है कि माफिया लगातार अंधेरे और दुर्गम क्षेत्रों का फायदा उठा रहे हैं। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने ओपनकास्ट माइंस से लेकर सुंदरटांड तक निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही, कबरीबाद माइंस, बुढ़ियाडीह और उदनाबाद इलाकों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
सख्त कदम नहीं उठाए गए तो नहीं रुकेगा खनन
स्थानीय लोगों का मानना है कि ओपनकास्ट माइंस, कबरीबाद, भदुआ और महुआपथारी जैसे इलाकों में अवैध खनन रोकने के लिए सीसीएल और पुलिस डोजरिंग करती है, लेकिन माफिया तुरंत ही नए खंता खोदकर दोबारा खनन शुरू कर देते हैं। अगर इस समस्या को पूरी तरह खत्म करना है तो प्रशासन को युद्धस्तर पर कार्रवाई करनी होगी, ताकि माफियाओं का मनोबल टूटे।
मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि अवैध कोयला तस्करी के इस मामले में सभी संदिग्धों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई है और आगे भी इस पर लगाम कसने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है।