संताल परगना में भाजपा को बड़ा झटका, ताला मरांडी ने थामा झामुमो का दामन

संताल परगना की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और दो बार विधायक रह चुके ताला मरांडी ने शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल होकर सबको चौंका दिया। इससे पहले दिन की शुरुआत में उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
अपना त्यागपत्र उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंपा। बाद में भोगनाडीह में मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की उपस्थिति में वे झामुमो में शामिल हो गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उन्हें पार्टी का गमछा पहनाकर सदस्यता ग्रहण करवाई।

ताला मरांडी लंबे समय से भाजपा के आदिवासी चेहरे के रूप में पहचाने जाते थे और हाल ही में समाप्त हुए लोकसभा चुनाव में वे भाजपा प्रत्याशी के तौर पर राजमहल सीट से मैदान में उतरे थे। हालांकि, उन्हें झामुमो के विजय कुमार हंसदा के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
यह पहली बार नहीं है जब ताला मरांडी ने पार्टी बदली हो। इससे पहले भी एक बार टिकट न मिलने पर वे भाजपा छोड़कर आजसू में जा चुके हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बाबूलाल मरांडी उन्हें फिर से भाजपा में लेकर आए थे।
ताला मरांडी 2005-2009 और 2014-2019 के बीच साहिबगंज जिले के बोरियो विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। अब उनके झामुमो में शामिल होने से भाजपा को संताल परगना में न केवल राजनीतिक नुकसान हुआ है, बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी बड़ा झटका लगा है।