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रांची : भारी सुरक्षा के बीच गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की कोर्ट में हुई पेशी, भेजा गया होटवार जेल

कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को रांची सिविल कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार जेल भेज दिया गया है। हमले की आशंका को देखते हुए अमन श्रीवास्तव को पेशी के दौरान उच्च कोटि के सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा गया था। वहीं बेहद गोपनीय तरीके से रांची सिविल कोर्ट में पेश किया गया। बता दें कि झारखंड में सक्रिय पांडेय गिरोह और श्रीवास्तव गिरोह के बीच वर्चस्व को लेकर  गैंग कई बार खूनी संघर्ष हो चूका है और इसमें कई लोगों जान जा चुकी है। 

बता दें कि हजारीबाग कोर्ट में अमन श्रीवास्तव के पिता सुशील श्रीवास्तव की हत्या भी  दिनदहाड़े एके 47 राइफल से हुई थी और इस वारदात को अंजाम पांडेय गिरोह ने ही दिया था। पिता की हत्या के बाद अमन ही गिरोह की कमान संभाल रहा था। बता दें कि पिछले 8 सालों से कोयला कारोबारियों के बीच दहशत का पर्याय था अमन श्रीवास्तव। झारखंड एटीएस की टीम अमन श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है। कल बुधवार को भारी सुरक्षा के बीच टीम उसे लेकर रांची पहुंची थी। बता दें कि मुंबई से सोमवार को अमन को गिरफ्तार किया गया था। मालूम हो कि अमन श्रीवास्तव की तूती झारखंड के हर कोयला बेल्ट में बोलती थी। उसका एक फोन किसी भी कोयला कारोबारी के लिए दहशत भरा होता था। 

अमन के खिलाफ  23 मामले दर्ज हैं 

गौरतलब है कि अमन श्रीवास्तव को झारखंड एटीएस की टीम ने महाराष्ट्र एटीएस के सहयोग से मंगलवार को वासी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। अमन श्रीवास्तव को मुंबई कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद बुधवार को रांची लाया गया था। अमन श्रीवास्तव रांची के अलावा रामगढ़, चतरा, लातेहार, लोहरदगा और हजारीबाग पुलिस के लिए सर दर्द बना हुआ था। गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव 7-8 सालों से आतंक का पर्याय रहा  और उस पर कुल 23 जघन्य अपराध घटनाओं में वांटेड था। जिसमें हत्या के दो, हत्या के प्रयास का 4, रंगदारी के 13, आर्म्स एक्ट के दो, यूएपी एक्ट का भी एक कांड शामिल है। इसके अतिरिक्त अमन श्रीवास्ताव गैंग के विरुद्ध राज्य के अन्य जिलों में और भी कई कांड दर्ज है। गैंगस्टर अमन राज्य के कोयला उत्खनन क्षेत्र एवं विकास योजनाओं में कार्यरत कंपनियों एवं कारोबारियों के बीच भय का आतंक का माहौल बनाकर रंगदारी की मांग करता था। रंगदारी के लिए फायरिंग एवं अन्य घटना को अंजाम देता था। इसके कृत्य से व्यवस्सायी एवं आम जनता के बीच भय का माहौल बना रहता था।