झारखंड को मिला इन्फ्रास्ट्रक्चर बूस्ट, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया 2 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को झारखंड के गढ़वा जिले में दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन दोनों परियोजनाओं की कुल लागत 2,460 करोड़ रुपये बताई गई है। इस अवसर पर गडकरी ने राज्य की सड़क व्यवस्था को बेहतर बनाने, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने और उद्योगों को बढ़ावा देने से जुड़ी अनेक योजनाओं की घोषणा की।
सभा को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, “झारखंड को बेहतरीन फोरलेन सड़क मिली है। जैसा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति कैनेडी ने कहा था—‘अच्छी सड़कें देश को समृद्ध बनाती हैं।’ झारखंड खनिजों से समृद्ध राज्य है, लेकिन जब तक युवाओं को काम नहीं मिलेगा, विकास अधूरा रहेगा।”

तालाब निर्माण के मॉडल को अपनाने की बात
गडकरी ने अपने गृह क्षेत्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां पानी की भारी कमी थी, जिससे हजारों किसानों ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन उन्होंने तालाब बनवाकर हालात को बदला। उसी मॉडल को झारखंड में भी लागू करने की योजना है, जहां 1,000 तालाबों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्यों में मिट्टी का भी बेहतर उपयोग किया जाएगा।
मंत्री ने झारखंड की तसर साड़ी और पारंपरिक डिज़ाइन की सराहना करते हुए कहा, “हम झारखंड के साहेबगंज और गोड्डा से तसर साड़ियों की डिज़ाइन तैयार करवाते हैं। इनकी मांग पूरे देश में है। यहां के कारीगरों में अपार प्रतिभा है, जरूरत सिर्फ प्रशिक्षण और समर्थन की है।”
नई सड़क परियोजनाएं मंजूर
गडकरी ने टोरी-चंदवा मार्ग और गढ़वा-अंबिकापुर फोरलेन सड़क को मंजूरी देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह निर्णय स्थानीय विधायक सत्येंद्र तिवारी और सांसद बीडी राम के अनुरोध पर लिया गया है। इसके साथ ही वाराणसी से कोलकाता तक बनने वाले इकोनॉमिक कॉरिडोर का कार्य भी तेजी से चल रहा है। झारखंड में कुल दो लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं।
उन्होंने किसानों को देश की ऊर्जा जरूरतों के समाधान का हिस्सा बताते हुए कहा कि “धान के उत्पादन से निकलने वाले पुआल से बायो-CNG तैयार की जा सकती है। इस तकनीक को झारखंड में भी लागू किया जा सकता है, जिससे किसान ‘अन्नदाता’ के साथ-साथ ‘ऊर्जा दाता’ भी बनेंगे।”
झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर की बात का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा, “चुनाव तक राजनीति करें, उसके बाद केवल विकास की बात होनी चाहिए।”
अंत में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस कारण दिल्ली में मौजूद हैं। गडकरी ने भरोसा दिलाया कि झारखंड में कोई भी विकास योजना अधूरी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने भाषण का समापन “जय जोहार, जय झारखंड, नमस्कार” कहकर किया।