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भाजपा के निमंत्रण के बावजूद आज केजरीवाल और आतिशी मार्लेना यमुना नदी की बदहाली देखने नहीं आये : वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के निमंत्रण के बावजूद आज दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं वर्तमान मुख्य मंत्री आतिशी मार्लेना आई.टी.ओ. यमुना घाट पर यमुना नदी की बदहाली देखने एवं नदी में डुबकी लगाने नही आये। सचदेवा ने लगभग 30 मिनट तक अरविंद केजरीवाल एवं आतिशी मार्लेना का इंतजार किया और फिर यमुना घाट पर उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं और छठ समिति सदस्यों के सामने मीडिया कर्मियों के माध्यम से दिल्ली वालों को संदेश दिया। 

उसके बाद वीरेन्द्र सचदेवा ने यमुना नदी के काले बदबूदार जल में डुबकी लगा कर दिल्ली सरकार द्वारा यमुना सफाई के नाम पर 8500 करोड़ के भ्रष्टाचार करने के मुद्दे को उजागर किया और यमुना जी से केजरीवाल सरकार द्वारा यमुना सफाई ना करके भ्रष्टाचार करने के लिए माफी मांगी। वीरेन्द्र सचदेवा के साथ इस अवसर पर दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर, मयूर विहार जिलाध्यक्ष विजेन्द्र धामा, शाहदरा जिलाध्यक्ष संजय गोयल, निगम पार्षद संदीप कपूर आदि उपस्थित थे।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कल एक सोशल मीडिया एक्स पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री को उनके 2025 चुनाव से पहले यमुना सफाई पूरी करके यमुना में डुबकी लगाने के वादे की याद दिलाते हुए आज प्रातः 10 बजे आई.टी.ओ. छठ घाट आ कर यमुना में डुबकी लगाने का अनुरोध किया नम्र वह दोनों नही आये। दिल्ली भाजपा ने यमुना नदी के किनारे रेड कार्पेट बिछा कर मंच लगाया जिस पर अरविंद केजरीवाल एवं आतिशी मार्लेना के लिए दो भव्य वी.आई.पी. कुर्सियां लगाई गई थी। पूर्वी दिल्ली भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष के साथ वहाँ प्रातः 9.30 बजे ही पहुंच गये।

दिल्ली वासियों के नाम अपने संदेश में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल शासन में लगातार मां यमुना की जो हालात है वह सबके सामने है। दिल्ली के विज्ञापन जीवी पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना और उन दोनों को हमने यमुना घाट पर यमुना की स्थिति देखने के लिए आमंत्रित किया था और साथ ही यह भी कहा था की हाथों में मां यमुना का जल लेकर एक बार उसका आचमन करें लेकिन वह नहीं आए।

उन्होंने कहा कि पिछले 7 वर्षों में 8500 करोड रुपए केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को दिए हैं ताकि यमुना की सफाई हो सके, लेकिन आज तक यमुना की स्थिति नहीं बदली। इसलिए हम आज केजरीवाल से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर वह पैसे कहां गया। जब रातों-रात शीश महल के टॉयलेट गायब हो जाते हैं, तो फिर अरविंद केजरीवाल मां यमुना को कैसे छोड़ेंगे। सत्ता के नशे ने आम आदमी पार्टी को जहां निरंकुश बना दिया, वहीं भ्रष्टाचारी भी बना दिया। दिल्ली की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, लेकिन दिल्ली वासियों की चिंता केजरीवाल को नहीं है। 

2021 में अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि मेरी जिम्मेदारी है, हम यमुना को साफ करेंगे और हम कोई ब्लेम गेम नहीं खेलना चाहते हैं और 2025 तक यमुना में डुबकी लगाएंगे। केजरीवाल ने कहा था अगर 2025 तक चुनाव तक यमुना साफ नहीं हुई तो दिल्ली वाले हमें वोट ना करें, आज अक्टूबर 2024 सामने आ चुका है, 2025 भी सर पर है इसलिए अगर अरविंद केजरीवाल में शर्मिंदगी है तो आज वह इसकी जिम्मेदारी लेते और इस बात को स्वीकार करें कि उन्होंने दिल्ली के जनता को गुमराह किया और मां यमुना के नाम पर धोखा देने का काम किया है। अरविंद केजरीवाल कल इतनी बेशर्मी से इस बात को कह रहे थे कि दिल्ली वाले पानी का बिल मत देना लेकिन अरविंद केजरीवाल ये बताएं जब पानी फ्री है तो बिल आ ही क्यों रहे हैं ? 

उन्होंने कहा कि जल बोर्ड और उनकी सरकार ने फ्री पानी और बिजली देने की बात कही थी लेकिन आज बिजली के बढ़े हुए दाम आ रहे हैं। इतना ही नहीं, चुनाव आने वाला है इसलिए बिजली कंपनियां बिजली के दामों में वृद्धि करने वाली है और बढ़े हुए दाम केजरीवाल के सीधे जेब में जाने वाले हैं। जो लोग दिल्ली में बिजली के बिल जमा कर रहे हैं वह 45 फ़ीसदी से अधिक टैक्स दे रहे हैं। बिजली कंपनियों के हजार करोड़ बकाया है। 

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल यह कह रहे हैं कि अब वह बाहर आ गए हैं अब दिल्ली की सड़कें तेजी से बनेगी तो केजरीवाल बतायें कि बाकी उनके 60 विधायक क्या सिर्फ उनकी झूठी तारीफ और उनके कठपुतली बनने के लिए ही है। आज दिल्ली के अंदर वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है लेकिन केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा दिये हुए 37 करोड़ रुपये में सिर्फ़ 10 करोड़ रुपये ही खर्च कर पाई है क्योंकि उन्हें काम करने की नीयत ही नहीं है।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आज मैंने यमुना जी में डुबकी लगा कर ना सिर्फ केजरीवाल सरकार द्वारा यमुना सफाई पर धोखा देने भ्रष्टाचार करने की माफी मांगी और फरवरी 2025 में सत्ता में आते ही यमुना जी को यमुना सफाई प्राधिकरण बनाने का संकल्प दिया।