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ग्रैमी अवार्ड्स 2024 : जाकिर हुसैन ने 3 पुरस्कार जीतकर रचा इतिहास; शंकर महादेवन और राकेश चौरसिया ने बड़ी जीत हासिल की

ग्रैमी अवॉर्ड का ये 66वां संस्करण है। ग्रैमी म्यूजिक की दुनिया में दिए जाने वाला सबसे बड़ा अवॉर्ड है। इवेंट में SZA, बिली एलिश, दुआ लिपा, ओप्रा विनफ्रे, मेरिल स्ट्रीप समेत कई बड़े कलाकार शामिल हुए। इनमें से कई कलाकारों ने स्टेज परफॉर्मेंस भी दी।

भारत के सुप्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन और प्रसिद्द तबला वादक पद्म विभूषण ज़ाकिर हुसैन को ग्रैमी अवार्ड से नवाज़ा गया है। ज़ाकिर हुसैन ने तीन श्रेणियों में यह अवार्ड अपने नाम किया। वहीं शंकर महादेवन को उनके बैंड 'शक्ति' के अल्बम 'This Moment' के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक अल्बम की श्रेणी में इस अवार्ड से नवाज़ा गया। इस बैंड में शंकर महादेवन समेत ज़ाकिर हुसैन, वी सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन जैसे दिग्गज कलाकारों ने काम किया है। इस बैंड के अलावा बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने भी दो ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। इस तरह कुल मिलाकर 66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में 5 भारतीय कलाकारों को ग्रैमी मिला है।

उस्ताद जाकिर हुसैन के नाम 3 ग्रैमी
66वें ग्रैमी अवॉर्ड में जाकिर ने 3 ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने 'पश्तो' के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफाॅर्मेंस कैटेगरी में बांसुरी वादक राकेश चौरसिया के साथ ग्रैमी शेयर किया। इसके अलावा उनके बैंड 'शक्ति' के एल्बम 'दिस मोमेंट' ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम की कैटेगरी में ग्रैमी जीता। वहीं उस्ताद जाकिर हुसैन ने 'एज वी स्पीक' के लिए कंटेम्परेरी इंस्ट्रूमेंट एल्बम कैटेगरी में भी एक ग्रैमी अपने नाम किया। इससे पहले जाकिर ने 1991 में एल्बम 'प्लेनेट ड्रम्स' के लिए टी.एच. 'विक्कू' विनायकराम के साथ ग्रैमी जीता था। 2008 में भी उन्हें 'ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट' के लिए ग्रैमी मिल चुका है। इससे पहले ग्रैमी अवार्ड्स 2022 में भी भारत को दो जीत मिली थीं। तब पी.ए. दीपक, रिक्की केज और स्टीवर्ट कोपलैंड के 'डिवाइन टाइड्स' को 'बेस्ट न्यू एज एल्बम' कैटेगरी में जीत मिली थी।

ग्रैमी अवॉर्ड का ये 66वां संस्करण है। ग्रैमी म्यूजिक की दुनिया में दिए जाने वाला सबसे बड़ा अवॉर्ड है। अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो.कॉम एरीना में हुआ। इवेंट में SZA, बिली एलिश, दुआ लिपा, ओप्रा विनफ्रे, मेरिल स्ट्रीप समेत कई बड़े कलाकार शामिल हुए। इनमें से कई कलाकारों ने स्टेज परफॉर्मेंस भी दी।

45 साल बाद रिलीज हुआ पहला एल्बम, 1973 में हुई थी शुरुआत
फ्यूजन बैंड शक्ति ने 45 साल बाद अपना पहला एल्बम रिलीज किया, जिसे सीधे ग्रैमी अवार्ड मिला है। इंग्लिश गिटारिस्ट जॉन मैकलॉलिन ने 1973 में भारतीय वाॅयलिन प्लेयर एल. शंकर, तबला वादक जाकिर हुसैन और टी.एच. 'विक्कू' विनायकराम के साथ फ्यूजन बैंड 'शक्ति' की शुरुआत की थी। हालांकि, 1977 के बाद ये बैंड बहुत एक्टिव नहीं रहा।

क्या है ग्रैमी अवॉर्ड?
यह अवॉर्ड एक अमेरिकी ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से दिया जाता है। म्यूजिक इंडस्ट्री में शानदार काम के लिए ये अवॉर्ड दिया जाता है। इसका नाम एक ग्रामोफोन पर रखा गया है। संगीत की दुनिया के महारथियों को ग्रैमी अवॉर्ड दिया जाता है।

भारत में सबसे पहले किसे मिला?
देश के लिए मशहूर सितार वादक एवं संगीतकार स्वर्गीय पंडित रवि शंकर ने पहली बार 1968 में ग्रैमी अवार्ड अपने नाम किया था। उन्हें 5 बार इस अवॉर्ड से नवाजा गया, जिसके बाद ग्रैमी की तरफ से उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया गया। उनके अलावा जुबैन मेहता, गुलजार, जाकिर हुसैन, एआर रहमान जैसे कलाकारों को भी ग्रैमी मिल चुका है।