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तमिलनाडु में बीजेपी को झटका, कई नेता AIADMK में शामिल

 

भारतीय जनता पार्टी दक्ष‍िण भारत में अपने कैडर को मजबूत करने की पुरजोर कोश‍िश में जुटी है. संभवत: इस साल तम‍िलनाडु में व‍िधानसभा चुनाव होंगे और इससे पहले भाजपा अपनी पार्टी को और मजबूत करने का प्रयास कर रही है. लेक‍िन इससे ठीक पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है.

बीजेपी छोड़कर अधिकतर नेता सत्तारूढ़ DMK की बजाए AIADMK में शामिल हो रहे हैं, जिसके भारतीय जनता पार्टी के साथ अच्छे संबंध रहे हैं. ऐसे में दोनों दलों के बीच वैचारिक मदभेद शुरू हो गया है. तमिलनाडु में एआईएडीएमके या अन्नाद्रमुक और बीजेपी गठबंधन कभी भी टूट सकता है. खबर है कि तूतीकोरिन में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एआईएडीएमके प्रमुख ई पलानीस्वामी की तस्वीरें जलाकर उन पर "गठबंधन धर्म" तोड़ने का आरोप लगाया है. पिछले हफ्ते, बीजेपी के पांच नेता AIADMK में शामिल हुए थे.

BJP को बुधवार (8 मार्च) को बड़ा झटका लगा. 13 पदाधिकारी पार्टी छोड़कर AIADMK में शामिल हो गए. इसी बीच, अब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने AIADMK प्रमुख ई पलानीस्वामी पर 'गठबंधन धर्म' के उल्लंघन का आरोप लगाया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने चेन्नई में विरोध-प्रदर्शन भी किया. बीजेपी के 13 पदाधिकारियों ने सीटीआर निर्मल कुमार के समर्थन में पार्टी छोड़ी. निर्मल कुमार बीजेपी आईटी सेल के चीफ थे, जिन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई पर गंभीर आरोप लगाए. बीजेपी को यह झटका ऐसे समय लगा है जब उसके प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगा है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद से, AIADMK ने बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए तीन चुनाव हारे हैं. हाल ही में हुए उपचुनाव में, जिसमें एआईएडीएमके गठबंधन हार गया था, दोनों दलों ने एकसाथ प्रचार भी नहीं किया. सूत्रों ने संकेत दिया कि पार्टी अब बीजेपी को एक बोझ के रूप में देख रही है. पिछले साल नवंबर में पलानीस्वामी ने कहा था कि राज्य की अपनी निजी यात्रा के दौरान उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की कोई जरूरत नहीं थी.

राज्य के दिवंगत राजनीतिक दिग्गजों से अपनी तुलना करते हुए उन्होंने कहा: "जे जयललिता और एम करुणानिधि जैसे नेताओं की तरह मैं प्रबंधक नहीं बल्कि एक नेता हूं.
अन्नाद्रमुक ने इस बात से इनकार किया है कि यह बीजेपी का अवैध शिकार है, जिसकी राज्य में मामूली मौजूदगी है. अन्नाद्रमुक के प्रवक्ता कोवई सत्यन ने अन्नामलाई को "उनके नेतृत्व द्वारा नामित एक कॉर्पोरेट पार्टी का मैनेजर" बताया.जयललिता की "मानहानि" के लिए राज्य बीजेपी प्रमुख की आलोचना करते हुए, उन्होंने कहा, "जब बीजेपी का कैडर हमारी पार्टी में आता है, तो वो अपनी छाती पीटते हैं. वे चिल्लाते हैं. 

बता दें कि बीजेपी ने पूर्व मंत्री नैनार नागेंद्रन सहित अन्नाद्रमुक के कई वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में शामिल किया था, जो अब विधानसभा में पार्टी के नेता हैं. परेशानी तब शुरू हुई जब 234 सदस्यीय सदन में सिर्फ चार विधायकों वाली बीजेपी ने ई पलानीस्वामी और ओ पन्नीरसेल्वम के बीच चल रही खींचतान के बीच खुद को प्रमुख विपक्ष के रूप में पेश कर दिया. ऐसे में आज गुरुवार को जिला सचिवों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होने की उम्मीद है.