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बवाना में मुनक नहर की दीवार टूटी, भाजपा ने संभाला मोर्चा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष के निर्देश के बाद सांसद योगेन्द्र चंदोलिया लगातार दिन भर पानी के निकास के लिए जमीन पर उतरकर काम करते रहे और हरियाणा के गढ़ी बिंदरोली गांव जा कर मुनक नहर की पानी सप्लाई अस्थाई रूप से बंद कराया

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा और सांसद योगेन्द्र चंदोलिया को आज सुबह जैसे ही बवाना में मुनक नहर की दीवार टूटने की जानकारी स्थानीय लोगों से मिली तो उन्होने सम्बंधित दिल्ली एवं हरियाणा सरकार के अधिकारियों से बात की और राहत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के निर्देश के बाद सांसद योगेन्द्र चंदोलिया लगातार दिन भर पानी के निकास के लिए जमीन पर उतरकर काम करते रहे और हरियाणा जा कर मुनक नहर की पानी सप्लाई अस्थाई रूप से रूकवाई। 

सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा है कि उन्हें जब कार्यकर्ताओं के फोन आए कि बवाना जे.जे. कॉलोनी में पानी प्रवेश कर चुका है और पानी का स्तर लगातार बढता जा रहा है तो तुरंत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को सूचना देकर मैं स्वयं कुछ पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों के साथ जब उस कॉलोनी के पीछे से गुजर रही मुनक नहर के पास गया तो वहां बांध का कटाव मिला। जिसके बाद चीफ इंजीनियर जो मुनक नहर को देखते हैं उन्हें बुलाकर चर्चा की और फिर हरियाणा के एक गांव गढ़ी बिंदरोली गया जहां से मुनक नहर के लिए पानी छोड़ा जाता है और वहाँ से अस्थाई रूप से पानी सप्लाई रूकवाई। बवाना के पूर्व निगम पार्षद श्री ब्रह्मा प्रकाश सहित अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

योगेन्द्र चंदोलिया ने बताया कि जो दिल्ली के मुनक नहर में पानी आता था उसे रोककर डायवर्ड करके यमुना नदी में पानी को निकाला गया ताकि जो पानी जे जे कॉलोनियों में घुसा हुई है, उसको जल्द निकाला जा सके। 7 किलोमीटर का क्षेत्र इस पूरे जलजमाव के कारण प्रभावित हुआ है। उन्होंने आम आदमी पार्टी की सरकार और नगर निमग पर आरोप लगाया कि नगर निगम को, जलबोर्ड के अधिकारियों को, फ्लड इरिगेशन को कॉल किया लेकिन 11 बजे के बाद केवल सात पंप लगाए गए जो नाकाफी है। 

उन्होंने कहा कि कम से कम 50 पंप लगने चाहिए। लोग आज सड़कों पर हैं और भाजपा यहां भोजन का प्रबंधन कर रहा है। हमने बवाना के आम आदमी पार्टी के विधायक को शिकायत की लेकिन किसी भी प्रकार की मदद नही मिली। अगर पानी का रीसाव को रोक लिया होता तो शायद आज इतनी बड़ी घटना नहीं होती और लोगों को बेघर नहीं होना पड़ता।