पीएम मोदी के कड़े रुख के बाद पाकिस्तान ने BSF के अगवा जवान को छोड़ा, 20 दिन बाद अटारी-वाघा बॉर्डर से लौटे

पाकिस्तान ने भारतीय बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को वापस भारत को सौंप दिया है। जवान गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया था। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद को लेकर सख्त नीति के बाद पाकिस्तान को यह कदम उठाना पड़ा।
बीएसएफ की ओर से जानकारी दी गई कि कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को 14 मई की सुबह 10:30 बजे वाघा-अटारी सीमा पर पाकिस्तानी अधिकारियों से वापस लिया गया। वे 23 अप्रैल 2025 को फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान गलती से सीमा पार कर गए थे। इसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।

पूर्णम शॉ, बीएसएफ की 182वीं बटालियन के कांस्टेबल हैं और उस दिन अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट नियमित ऑपरेशनल ड्यूटी पर तैनात थे। सीमा के बेहद करीब ऑपरेशन के दौरान वे अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे। इसी दौरान पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया।
23 अप्रैल को हुई इस घटना के बाद भारत ने लगातार उच्चस्तरीय बातचीत के माध्यम से जवान की सुरक्षित वापसी की कोशिशें कीं। और अब आखिरकार पाकिस्तान ने पूर्णम शॉ को रिहा कर भारत को सौंप दिया, जहां वे वाघा बॉर्डर से अपने देश की सरज़मीं पर लौट आए।