PM के ‘सबका साथ-सबका विकास’ की बात केवल कहने तक ही सीमित हो चुकी है: राजीव रंजन

बिहार भाजपा को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और बिहार भाजपा के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी राजीव रंजन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के नाम पत्र लिखकर खुद के पार्टी से इस्तीफे की पेशकश की है. इस पत्र के जरिए उन्होंने खुद का इस्तीफा स्वीकार करने एवं पार्टी प्रदत दायित्वों से मुक्त करने का भी अपील प्रदेश अध्यक्ष से किया है.
आपको बता दें कि राजीव रंजन ने प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को लिखे पत्र में कहा कि, बड़े ही खेदपूर्वक कहना है कि बिहार भाजपा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों व आदर्शों से पूरी तरह भटक चुकी है. प्रधानमंत्री जी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ की बात केवल कहने तक ही सीमित हो चुकी है. आज पार्टी में पिछड़ा/अतिपिछड़ा व दलित समाज के विरोधी तत्व हावी हो चुके हैं. हालात यह है कि जो नेता पिछड़े समाज के नहीं है वह भी इस समाज के नाम पर दशकों से सत्ता सुख भोग रहे हैं. इनके चहेते चंद नेताओं के अतिरिक्त पार्टी में पिछड़ा/अतिपिछड़ा व दलित समाज के नेताओं का उपयोग केवल झंडा ढ़ोने तक ही सीमित कर दिया गया है, जो प्रधानमन्त्री जी की नीतियों की सरासर उपेक्षा है.
आगे उन्होंने लिखा कि इसी तरह पार्टी के एजेंडा सिर्फ और सिर्फ पटना तक ही सीमित रह गया है. नालंदा जिले की बात तक नहीं होती. यह सरासर नालंदा व अन्य जिलों की उपेक्षा है। क्षेत्र में जनता द्वारा पूछे जाने पर हम जवाब तक नहीं दे पाते. इसके अतिरिक्त और भी विषय हैं जिनपर मेरा पार्टी से सर्व-सम्मति नहीं है. कई विषय मैं इस पत्र में नहीं लिख रहा, लेकिन आने वाले समय में उन्हें उठाता रहूँगा. इसीलिए मैं पार्टी के पद और सदस्यता से अपना त्यागपत्र देता हूं. आपसे अनुरोध है कि इस त्यागपत्र को स्वीकार कर मुझे पार्टी प्रदत दायित्वों से मुक्त करें.