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पराली प्रदूषण पर अपनी पार्टी की पंजाब सरकार का बचाव करते करते दिल्ली के "आप" नेता दिल्ली वालों के दुश्मन बन बैठे हैं : वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की नीतियों को अपरिपक्व और अकर्मण्य करार देते हुए कहा कि इनकी विफलता और पंजाब सरकार के प्रति धृतराष्ट्र जैसे लगाव के कारण आज दिल्ली को वायु और जल प्रदूषण की भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
सचदेवा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार पिछले दस सालों से दिल्ली की समस्याओं पर सोती रही है और अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो यह सरकार दिल्ली पर दोहरे प्रदूषण के संकट से खुद को हार की कगार पर देख रही है। इसके कारण आम आदमी पार्टी के नेता अब भ्रामक बयानबाजी कर रहे हैं, जो दिल्ली की भौगोलिक स्थिति को नजरअंदाज करती है।
उन्होंने आतिशी मार्लेना और गोपाल राय से सवाल किया कि वे किस स्कूल में भूगोल पढ़े थे, जो यह दावा कर रहे हैं कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश का इंडस्ट्रीयल वेस्ट यमुना को प्रदूषित करता है। सचदेवा ने कहा कि हरियाणा का पल्ला गांव, जहां से स्वच्छ यमुना दिल्ली में प्रवेश करती है, और दक्षिण कोने में उत्तर प्रदेश, जहां से गंदी यमुना निकलती है, यह दर्शाता है कि इन राज्यों से कोई नाला दिल्ली के यमुना प्रवाह क्षेत्र में प्रवेश नहीं करता। फिर दिल्ली सरकार किस आधार पर यह दावा कर रही है कि इंडस्ट्रीयल वेस्ट यमुना को प्रदूषित कर रहा है?
सचदेवा ने आरोप लगाया कि पंजाब में पराली जलाने के मुद्दे पर अपनी पार्टी की सरकार का बचाव करते हुए "आप" के नेता अब दिल्ली वालों के दुश्मन बन बैठे हैं। 2021 तक, अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय जैसे नेता पंजाब के पराली प्रदूषण को दिल्ली को गैस चेंबर बनाने का दोषी ठहराते थे। लेकिन अब वे वायु प्रदूषण का भी ठीकरा उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान पर फोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्कूल में जो भूगोल पढ़ाया गया था, उसके अनुसार पंजाब और हिमाचल प्रदेश की हवा दिल्ली के मौसम को प्रभावित करती है, लेकिन "आप" नेता अब एक नया विज्ञान लेकर आए हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश के भट्ठों की हवा उल्टा दिल्ली में आ रही है।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का एक बड़ा कारण टूटी-फूटी और बंजर सड़कों से उठने वाली धूल है। अगर केजरीवाल और मर्लेना की सरकार ने सड़कों का रखरखाव और पौधारोपण इमानदारी से किया होता, तो आज दिल्ली डस्ट प्रदूषण से परेशान नहीं होती।
अंत में, वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता के प्रति अपने दायित्व को निभाते हुए अपनी पार्टी की पंजाब सरकार पर दबाव डालना चाहिए था कि वह 100% पराली जलाने को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।