अभी कुछ दिन मत जाइए महाकुंभ, दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे के बाद नीतीश सरकार की अपील

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद बिहार सरकार ने लोगों से कुंभ यात्रा टालने की अपील की है। भीड़भाड़ के कारण यात्रा में परेशानी हो रही है, खासकर पटना जंक्शन पर। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि भीड़ कम होने पर ही यात्रा करें। दिल्ली में हुए हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, और कई घायल हुए। पटना जंक्शन पर कुंभ स्पेशल ट्रेनों में भारी भीड़ है। यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने में दिक्कत हो रही है। सरकार व्यवस्था कर रही है, लेकिन फिर भी बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को बहुत परेशानी हो रही है।
दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से 18 लोगों की जान चली गई। यह दुर्घटना बिहार के लोगों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि कई लोग कुंभ मेले के लिए दिल्ली से होकर जाते हैं। इसीलिए बिहार सरकार ने लोगों से कुछ दिनों के लिए कुंभ यात्रा स्थगित करने का अनुरोध किया है। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि राज्य के सभी बड़े स्टेशनों पर कुंभ जाने वालों की भारी भीड़ है। पटना समेत दूसरे शहरों से जाने वाली ट्रेनों में भी यात्रियों की अत्यधिक भीड़ देखी जा रही है। इससे अफरा-तफरी का माहौल बन रहा है।

मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा है कि पटना जंक्शन पर शनिवार और रविवार को कुंभ जाने वालों की बहुत भीड़ होती है। स्टेशन पर पैर रखने की भी जगह नहीं होती। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के लिए पूरी व्यवस्था कर रही है। लेकिन इस तरह की भारी भीड़ में खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कुछ दिन रुककर, जब भीड़ कम हो जाए, तब यात्रा करें।
कुंभ मेले के लिए चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में भी कन्फर्म टिकट वाले यात्री स्टेशन पर ही छूट जा रहे हैं। हजारों यात्री एक बोगी में घुसने की कोशिश करते हैं, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो जाता है। पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर चार और पांच पर शनिवार को भी भारी भीड़ देखी गई। शाम सात बजे तक फुटओवर ब्रिज से भीड़ का आलम देखकर कुछ लोग घर वापस लौटने लगे।
शाम सात से साढ़े सात बजे के बीच दो कुंभ स्पेशल ट्रेनें आईं, लेकिन दोनों ट्रेनों की बोगियां खचाखच भरी थीं। दरवाजे अंदर से बंद थे। यहां तक कि आपातकालीन खिड़कियां भी बंद कर दी गई थीं। प्लेटफॉर्म पर खड़े हजारों यात्री बोगी के दरवाजे पीट रहे थे। कुछ लोग बोगी पर मुक्के भी मार रहे थे। साढ़े सात बजे वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन में क्षमता से आठ गुना ज्यादा लोग सवार थे। कुछ लोग कोच के दरवाजे पर लटके रहे, लेकिन अंदर नहीं घुस पाए।