Movie prime

‘कर्पूरी ठाकुर को भीख में नहीं मिला भारतरत्न’, जननायक को याद कर भावुक हुए लालू

 

बुधवार 24 जनवरी को बिहार के सियासी गलियारों में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती को लेकर गहमागहमी रही. जदयू, राजद और भाजपा सभी की तरफ से कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर अलग-लग कार्यक्रम आयोजित किया गया. राजद की तरफ से एसके मेमोरियल हॉल में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें राजद  सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित कई नेता शामिल हुए. अपने संबोधन के दौरान लालू यादव कर्पूरी ठकुर को याद कर भावुक भी हो गए. कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्न दिए जाने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि ये भीख में नहीं मिली है. 

लालू यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी जितनी गालियां सुने, जितनी यातना सहे हैं उसको हम लोग आज याद कर रहे हैं. उस समय हमने नारा दिया था 'ठाकुर तेरे अरमानों को दिल्ली तक पहुंचाएंगे'. कर्पूरी जी ने अति पिछड़ा और वंचित समाज के लोगों को जागृत किया. कर्पूरी जी ने कहा था लालू यादव को कुछ बनाएंगे और उन्होंने ही हमें नेता प्रतिपक्ष बनाया.

लालू यादव ने कहा कि बीपी सिंह से हम मिलने गए थे वह हमको मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते थे. तरह तरह की चीजें हमने देखी है इस उम्र तक उसको बयां नहीं किया जा सकता है. कर्पूरी जी के पास गाड़ी भी नहीं थी. हरियाणा से गाड़ी देवी लाल जी ने दी थी. गाड़ी पर प्रचार के लिए उसी को हम लोग बुलाए और अस्पताल ले गए थे. गाड़ी में अपनी गोद में कर्पूरी को सुलाकर पीएमसीएच ले गए थे, लेकिन जब डॉक्टर ने देखा तो कहा कि कर्पूरी जी अब नहीं रहे.

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए लालू यादव ने कहा कि भारत रत्न देने के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर जी इतना दिन से याद नहीं आ रहे थे. चुनाव आ रहा है तो वोट को जोड़ने के लिए उनका नाम ले रहा है. कोई भीख नहीं मिला है. यह तो होना ही था.जननायक कर्पूरी ठाकुर इसके सच्चे हकदार थे. अब चुनावी साल में भारत रत्न दिया गया है. कर्पूरी जी इस सम्मान के हकदार थे, कोई कृपा नहीं की गई.

लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि लोहिया और कांशीराम को भी भारत रत्न मिलना चाहिए.यह हमारा हक है.यह लोग भी इस सम्मान के हकदार हैं. कांशीराम ने बड़ा काम किया लेकिन मायावती ने डुबा दिया.