बिहार में चक्का जाम की तैयारी में पप्पू यादव, बोले- 4 फरवरी को जबरदस्ती परीक्षा ली जा रही
पटना में BPSC की परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग पर अड़े छात्रों के मुद्दे पर अभी घमासान और बढ़ेगा। अब पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने बिहार में चक्का जाम का ऐलान कर दिया है। सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में 3 जनवरी को रेल-सड़क सब को बंद करवाया जाएगा। छात्र युवा शक्ति ने बीपीएससी छात्रों के समर्थन में एनएच-एसएच एवं रेल चक्का जाम का आह्वान किया और पप्पू यादव ने इसका समर्थन किया है। पप्पू यादव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में यह भी कहा है कि अगर चक्का जाम के बाद भी सरकार ने छात्रों की नहीं सुनी तो उनके समर्थन में पूरे बिहार को बंद किया जाएगा।
बीपीएससी छात्रों के मुद्दे पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सरकार यदि जिद पर अड़ी रहेगी और लाखों छात्रों के भविष्य पर लाठी चलाएगी तो लोकतांत्रिक मूल्यों में हमारे पास गोली खाने और लाठी खाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। पप्पू यादव ने कहा कि कल (शुक्रवार) सुबह नौ बजे से लेकर रात 11 बजे तक बिहार में चक्का जाम रहेगा। यह छात्रों के भविष्य की लड़ाई है। छात्र लगातार लाठी खा रहे हैं। अलग-अलग जगहों से छात्र संगठन के लोग देर आए दुरुस्त आए। पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के स्टूडेंट यूनियन से से आग्रह किया है कि वो इस चक्का जाम में शामिल हों और रेल-एनएच और एसएच को जाम करें।
पप्पू यादव ने कहा कि 4 तारीख को जबरदस्ती परीक्षा लेने की तैयारी है। मैं इसमें लगा हूं कि हर परिस्थिति में यह जनता की आवाज बने। इसलिए मैंने रेल-सड़क चक्का जाम में सभी जिलो में सत्याग्रही बच्चों के समर्थन में आवाज दी है।पप्पू यादव ने कहा कि हम इस सत्याग्रह को लेकर लंबी लड़ाई लडेंगे। जो लोग 2 मिनट के लिए आते हैं उनके लिए राजनीति हो सकती है। लेकिन पप्पू यादव के लिए यह छात्रों के भविष्य की लड़ाई है। कल के बाद अगर जरुरत पड़ी तो बिहार बंद भी करेंगे।
पप्पू यादव ने कहा कि हम इस सत्याग्रह को लेकर लंबी लड़ाई लडेंगे। जो लोग 2 मिनट के लिए आते हैं उनके लिए राजनीति हो सकती है। लेकिन पप्पू यादव के लिए यह छात्रों के भविष्य की लड़ाई है। कल के बाद अगर जरुरत पड़ी तो बिहार बंद भी करेंगे। हालांकि, बिहार लोक सेवा आयोग और सरकार की तरफ से कहा गया है कि पेपर लीक से जुड़े कोई सबूत छात्रों ने नहीं दिए हैं। आयोग ने साफ कह दिया है कि छात्रों की मांग जायज नहीं है इसलिए फिर से परीक्षा की मांग जायज नहीं है। सरकार ने इस मसले का समाधान आयोग पर ही छोड़ दिया है। इस मुद्दे पर तनातनी लगातार कायम है। प्रदर्शनकारी छात्रों पर दो बार अब तक लाठियां भी भांजी जा चुकी हैं लेकिन छात्र 15 से ज्यादा दिनों से धरने पर अड़े हुए हैं। वैसे इस मसले पर खुद सीएम नीतीश और राजभवन भी एक्टिव है।