बिहार में अपराध पर सियासी वार: उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा का RJD पर सीधा हमला, राहुल गांधी को बताया 'ब्रेनलेस'

विजय सिन्हा का आरोप: राजद समर्थित माफिया अपराध बढ़ाने की साजिश कर रहे हैं।
कानून का राज: नीतीश सरकार अपराध को बर्दाश्त नहीं करेगी।
राहुल गांधी पर कटाक्ष: "ब्रेनलेस", संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रहे।
पूर्व सीएम की जयंती: सत्येन्द्र नारायण सिन्हा को नेताओं ने दी श्रद्धांजलि।
चुनावी माहौल गरम: बयानबाज़ी से सियासी तापमान में तेजी।
Bihar, Patna: बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद (RJD) और कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि हाल के दिनों में जो हत्या, लूट और आपराधिक घटनाएं तेजी से सामने आ रही हैं, उसके पीछे सुनियोजित साजिश है। इसकी डोरें बालू और शराब माफियाओं के माध्यम से RJD से जुड़ी हैं।
अपराध नहीं, ये चुनावी साजिश है
विजय सिन्हा ने स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब चुनाव के मद्देनजर एक रणनीति के तहत हो रहा है, ताकि राज्य में अराजकता और भ्रम फैलाया जा सके। बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है, यह सरकार कानून का राज स्थापित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अपराध को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

राजद को ठहराया ‘जंगलराज’ का जनक
विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने बिहार को जंगलराज में धकेला, वही आज फिर अपराधियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन की कुछ कमजोर कड़ियों का फायदा माफिया उठा रहे हैं, लेकिन सरकार उन पर शिकंजा कसने को तैयार है।
सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की जयंती पर दिखा राजकीय एकजुटता
आज पटना स्थित स्व. सिन्हा पार्क में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की जयंती पर भव्य राजकीय समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष सहित तमाम प्रमुख नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
राहुल गांधी पर सीधा निजी हमला
बिहार में हो रहे घटना को लेकर विजय सिन्हा का हमला यहीं नहीं रुका रहा है। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को “ब्रेनलेस” करार देते हुए कहा कि, “राहुल गांधी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति होकर, संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाते हैं। सुप्रीम कोर्ट भी स्पष्ट कर चुका है कि इन संस्थाओं पर सवाल नहीं उठाए जा सकते है। फिर भी राहुल गांधी चुनाव आयोग पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
इसके बाद उन्होंने आगे कहा, “इस व्यक्ति को न तो संविधान की समझ है, न ही लोकतांत्रिक मर्यादा की। ऐसे में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देकर देश से माफी मांगनी चाहिए।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए यह कहा कि, ये 'अप्पू' और 'पप्पू' दोनों समाज को गुमराह कर रहे हैं और लोकतंत्र का मज़ाक बना रहे हैं।
बयानबाज़ी से शुरू हुआ चुनावी शंखनाद?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विजय सिन्हा के ये बयान केवल प्रशासनिक सफाई नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों का बिगुल भी हैं।
जहां एनडीए गठबंधन खुद को “सुशासन और विकास” का प्रतीक बता रहा है, वहीं विपक्ष को “अराजकता का ब्रांड” करार दिया जा रहा है।