काराकाट से 10 मई को उपेंद्र कुशवाहा करेंगे नामांकन, भोजपुरी स्टार पवन सिंह को दिखाएंगे दम
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री 10 मई को काराकाट सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस बात की जानकारी सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया एक्स' पर एक पोस्ट कर दी है।
पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा है कि 10 मई को सुबह 10:30 बजे वो सासाराम ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में काराकाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से एनडीए समर्थित राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रत्याशी का पर्चा दाखिल करूंगा। गौरतलब है कि यहां से भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का दावा किया है। वो काराकाट में लगातार चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं।
उपेंन्द्र कुशवाहा ने लोगों से नामांकन में शामिल होने की अपील की। साथ ही पुनः एक बार जिताने की अपील करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में विकास के लिए हरसंभव प्रयास किया।
बता दें कि भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह काराकाट से चुनाव लड़ने का एलान किए है. पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. पवन सिंह के आने से काराकाट में एनडीए और महागठबंधन के कुशवाहा उम्मीदवारों के बीच सीधी लड़ाई त्रिकोणीय होने की संभावनाएं बन गई हैं. एनडीए में काराकाट सीट RLM को दी गई है और पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. महागठबंधन की ओर से सीपीआईएमएल के राजाराम सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित किया गया है.
सोन नदी के तट पर फैली, काराकाट लोकसभा सीट 2009 से पहले अस्तित्व में नहीं थी और तब से इसका प्रतिनिधित्व कुशवाह उम्मीदवार करते रहे हैं. जदयू के महाबली सिंह ने 2019 में फिर से इस सीट पर कब्जा कर लिया.
काराकाट में इस बार आगामी लोकसभा चुनाव में 18.50 लाख से अधिक मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे. यादव और कुशवाह मतदाता तो प्रचुर हैं ही, लेकिन सवर्ण (सामान्य कोटा) और मुस्लिम मतदाता भी अच्छी-खासी संख्या में हैं. काराकाट में करीब 3 लाख सवर्ण और और करीब 2.5 लाख कुशवाहा वोटर होने का दावा किया जाता है. इनमें से राजपूत समुदाय के मतदाताओं की सामान्य कोटे के मतदाताओं में बड़ी हिस्सेदारी है. पवन सिंह उसी समुदाय से हैं, जो अन्य दो कुशवाहा उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी चुनौती है.