Movie prime

बिहार के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले डेढ़ लाख बच्चों का कटा नाम, पश्चिम चंपारण में सबसे अधिक बच्चों का नामांकन हुआ रद्द

 

शिक्षा विभाग के उपर मुख्य सचिव केके पाठक लगातार अपने फैसलों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. केके पाठक लगातार सरकारी स्कूल के बच्चों पर बड़ा एक्शन ले रहे है. इसी कड़ी में  शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की तरफ से पारित किए गए आदेश का पालन करते हुए सरकारी स्कूल के बच्चों पर बड़ा एक्शन लिया गया है. सरकार द्वारा क्लास एक से 12 वीं तक तकरीबन 1 लाख 50 हजार छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया गया है.

शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक की फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

आपको बता दें कि शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी स्कूलों में 15 सितंबर तक 1 लाख 41 हजार 485 छात्र-छात्राओं का नामांकन रद्द किया जा चुका है. बिना सूचना दिए लगातार 15 दिनों तक स्कूल नहीं आने छात्र-छात्राओं के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. वहीं बिहार के पश्चिम चंपारण में सबसे अधिक नामांकन रद्द हुए हैं तो क्लास के हिसाब से पांचवी वर्ग के बच्चे के नाम सबसे ज्यादा कटे हैं. 

शिक्षा विभाग  रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक पश्चिम चंपारण में 10,946 छात्र-छात्राओं का नाम काटा गया है. एक दिन यानी 15 सितंबर को बिहार के विभिन्न जिलों में 25 हजार 423 स्टूडेंट्स के नामांकन रद्द किए गए हैं। वहीं क्लास 5 वीं के सबसे अधिक 21 हजार 145 बच्चों के नाम स्कूल रजिस्टर से हटाए गए.

शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा बच्चों का नामांकन पश्चिम चंपारण में रद्द हुआ है. कल 10946 छात्र-छात्राओं का नाम काटा गया. दूसरे स्थान पर अररिया जिला रहा, जहां 10448 बच्चों का नाम काटा गया. नालंदा जिले में 1074 बच्चों का नाम काटा गया. मुजफ्फरपुर में 7658, बांका में 7646, मधेपुरा में 7443, पूर्णिया में 6996 बच्चों का नाम काटा गया है.