बांका में शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन, तीन शिक्षक निलंबित, ये है वजह

बिहार के बांका जिले में शिक्षा विभाग ने अनुशासनहीनता और महिला शिक्षक के प्रति दुर्व्यवहार के मामलों में सख्ती दिखाते हुए तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई डीपीओ स्थापना संजय कुमार यादव द्वारा की गई है।
कटोरिया प्रखंड के प्रोन्नत मध्य विद्यालय डुमरिया में पदस्थापित विशिष्ट शिक्षक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक भूपेंद्र कुमार यादव को निलंबित कर चांदन मुख्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कागीसार विद्यालय में कार्यरत एक महिला शिक्षिका के साथ अमर्यादित व्यवहार किया और धमकी भी दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भूपेंद्र कुमार की पत्नी भी उसी विद्यालय में कार्यरत हैं। वह अक्सर विद्यालय पहुंचकर हस्तक्षेप करते थे। कई बार चेतावनी देने के बावजूद उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई।
हाजिरी में धोखाधड़ी पर दूसरी शिक्षिका पर भी कार्रवाई
उत्क्रमित उच्च विद्यालय महुआ बाराहाट में तैनात शिक्षिका संध्या कुमारी को भी निलंबन झेलना पड़ा है। 15 मई को उन्होंने ई-हाजिरी के लिए इन और आउट समय की दो अलग-अलग सेल्फियां अपलोड कीं, जिससे संदेह उत्पन्न हुआ। जांच के दौरान उन्होंने तथ्य छुपाने की कोशिश की, जिस पर उन्हें मुख्यालय बौंसी बीआरसी में प्रतिनियुक्त करते हुए निलंबित कर दिया गया।

चिकित्सा अवकाश में रहते हुए भी हाजिरी दिखाने पर तीसरी शिक्षिका पर कार्रवाई
बेलहर प्रखंड के कुराबा मध्य विद्यालय की विशिष्ट शिक्षिका प्रियम मधु पर फर्जी हाजिरी दर्ज करने का आरोप है। उन्होंने 13 से 20 मई तक ई शिक्षा कोष पर खुद को उपस्थित दिखाया, जबकि वास्तविकता में वह पटना में इलाज करा रही थीं।
उन्होंने 10 मई को एक दुर्घटना का हवाला देकर चिकित्सा अवकाश का आवेदन दिया था, लेकिन उसके बावजूद ई-पोर्टल पर नियमित हाजिरी भरती रहीं। इस धोखाधड़ी के सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर शंभुगंज मुख्यालय में प्रतिनियुक्त कर दिया गया।
शिक्षा विभाग ने साफ संदेश दिया
इन कार्रवाइयों से शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अनुशासन और पारदर्शिता के मामलों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। चाहे वह महिला कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार हो या हाजिरी प्रणाली में गड़बड़ी — दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।