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राबड़ी आवास में इस बार भी नहीं होगा दही-चूड़ा का भोज, दिल्ली में मनाएंगे RJD प्रमुख मकर संक्रांति

 

बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी राजद के यहां हर साल मकर संक्रांति के मौके पर होने वाला दही-चूड़ा का भोज हमेशा सुर्खियों में रहा है। खास कर बात करें राजद परिवार में होने वाले भोज की तो इसकी बात ही अलग है। हालांकि, लोगों का ऐसा कहना है कि राजद प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद उनकी गैर मौजूदगी में इस भोज की रौनक कम रही। लेकिन इस साल लालू यादव की जमानत के बाद लोगों को यह उम्मीद थी की 10 सर्कुलर स्थित राबड़ी आवास में दही चूड़ा भोज का आयोजन देखने को मिलेगा। लोगों ने इस भोज को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार किया। लेकिन अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। 

लालू यादव
लालू यादव 

दरअसल, कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए ऐसा लग नहीं रहा है कि इस साल भी यह भोज हो पाएगा। राबड़ी आवास पर इस साल भी दही-चूड़ा भोज का आयोजन नहीं होगा। खुद लालू प्रसाद यादव दिल्ली में हैं और वह वहीं पर परिवार के साथ दही चूड़ा खाएंगे। बता दें कि लालू यादव के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की हाल में ही शादी हुई है। ऐसे में राजश्री जो कि तेजस्वी की पत्नी हैं उनका लालू परिवार में पहला मकर संक्रांति है। ऐसे में लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि लालू की नई बहू के घर आने पर इस बार बड़ा आयोजन होगा। 

पत्नी राजश्री के संग तेजस्वी यादव
पत्नी राजश्री के संग तेजस्वी यादव 

मालूम हो कि कोरोना के कारण लालू ने अपने पूरे परिवार को ही दिल्ली बुला लिया है। लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मंगलवार को बहू राजश्री के साथ दिल्ली रवाना हो गईं। राजश्री और राबड़ी को साथ लेकर लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। इन तीनों के पहले तेजस्वी यादव हैदराबाद होते हुए दिल्ली पहुंच चुके हैं। अब लालू यादव का पूरा परिवार दिल्ली में है। अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के आवास पर लालू यादव दिल्ली में रह रहे हैं और यहीं पर वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ दही-चूड़ा खाएंगे। 

पीएम

गौरतलब है कि सूबे में दो दशकों से भी ज्यादा के समय से यह भोज होता आ रहा है। बिहार की राजनीति में मकर संक्रांति के दौरान चूड़ा दही का भोज देने की परंपरा वर्षों पुरानी है। इस मौके पर यहां प्रतिवर्ष सियासी दही-चूड़ा भोज का आयोजन होता है। दही-चूड़ा के इस भोज के बहाने कई दलों में मिठास घुलती है तो कई दलों के बीच संक्रांति की खिचड़ी पकती है। बहरहाल, इस साल कोरोना संकट के कारण तिलकुट और दही-चूड़ा के बहाने नेताओं के घर हजारों लोगों की भीड़ देखने को नहीं मिलेगी। 

मुजफ्फरपुर: दारोगा की मनमानी का वायरल वीडियो- https://newshaat.com/bihar-local-news/muzaffarpur-viral-video-of-the-arbitrariness-of-the-inspect/cid6216974.htm

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