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एक ऐसा परिवार जिसमें 50 लोग एक साथ रहते हैं, विश्व परिवार दिवस पर मिलिए अनोखे परिवार से

साल 1999 में एक फिल्म आई थी नाम ‘हम साथ साथ हैं’. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पे काफी हिट हुई थी. इस फिल्म में परिवार की एकजुटता को दर्शाया गया. संयुक्त परिवार कि क्या परिभाषा होती है वो इस फिल्म के जरिए बताया गया. भरा पूरा और खुशियों से भरा परिवार कैसा होता है वो… Read More »एक ऐसा परिवार जिसमें 50 लोग एक साथ रहते हैं, विश्व परिवार दिवस पर मिलिए अनोखे परिवार से
 
एक ऐसा परिवार जिसमें 50 लोग एक साथ रहते हैं, विश्व परिवार दिवस पर मिलिए अनोखे परिवार से

साल 1999 में एक फिल्म आई थी नाम ‘हम साथ साथ हैं’. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पे काफी हिट हुई थी. इस फिल्म में परिवार की एकजुटता को दर्शाया गया. संयुक्त परिवार कि क्या परिभाषा होती है वो इस फिल्म के जरिए बताया गया. भरा पूरा और खुशियों से भरा परिवार कैसा होता है वो इस फिल्म में बताया गया है.

आपको बता दें, आज विश्व परिवार दिवस है और इस मौके पर बोधगया का एक परिवार काफी चर्चा में है. इनके परिवार में एक को दर्द हुआ तो पूरे परिवार को इसका एहसास होता है. इसी परिवार परंपरा को जिंदा रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व परिवार दिवस मनाने का फैसला किया था. आज पूरे देश में विश्व परिवार दिवस मनाया जा रहा है.

इस कोरोना काल में परिवार की अहमियत सबको पता है जो, परिवार से दूर है उनके पास जाने की बेताबी है. जो पास है उन्हें पूरे परिवार को बचाने की जिम्मेवारी है. गया के बोधगया में एक ऐसा परिवार है, जो कभी नहीं बिखरा है. इस आधुनिक युग में डेढ़ एकड़ में मात्र एक किचन है और 50 कमरे हैं. इस परिवार को कल्याण परिवार कहा जाता है.

इस परिवार के अधिकांश लोग समाजसेवा, राजनीतिक दल और व्यवसाय से जुड़े हुए हैं. कल्याण परिवार के सदस्य विवेक कल्याण बताते हैं कि मेरे और मेरे चाचा जी का परिवार एक साथ रहता है. हम लोग 60 लोग एक साथ रहते हैं. इस घर में नौ भाई हैं. उनका पूरा परिवार साथ रहता है. हमलोग साथ में भोजन करते हैं. हर दिन शाम में सभी लोग कोई न कोई एक खेल जरूर खेलते हैं. घर में सभी का अलग-अलग कमरा है, लेकिन किचन एक है.

मेरे पिता संयुक्त परिवार में विश्वास रखते हैं. इसलिए आज तक घर का बंटवारा नहीं हुआ है. पिता के विचारों को अब हमलोग साथ लेकर चल रहे हैं. साथ रहने में थोड़ी दिक्कतें है. लेकिन फायदा उससे 100 गुना अधिक है.

बता दें कि हमारे जीवन में परिवार का काफी महत्व होता है और इसी को बताने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 9 दिसंबर 1989 के 44/82 के प्रस्ताव में परिवारों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष की घोषणा की. इसके बाद साल 1993 में महासभा द्वारा एक संकल्प में हर साल विश्व परिवार दिवस को 15 मई को मनाने का फैसला किया गया.