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Big Breaking : हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किलें, अभिषेक पिंटू ने दिया धोखा, हेमंत सहित अन्य चार के खिलाफ आरोप तय

जमीन घोटाला मामले में अब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ मुकदमा चलेगा। दरअसल, बड़गाईं अंचल स्थित 8.46 एकड़ जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 30 मार्च को ईडी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, जिस पर आज कोर्ट ने संज्ञान लिया। अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर मुकदमा चलेगा। बताते चलें कि चार्जशीट के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के खिलाफ भी मुक़दमे की कार्रवाई शुरू की जायेगी। 

बताते चलें कि हेमंत सोरेन के पूर्व मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू के द्वारा ईडी को दिये गए बयान में बड़गाई अंचल के उस विवादित जमीन का भी जिक्र है जिसकी वजह से हेमंत जेल में है। 191 पन्ने के चार्जशीट में पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पिंटू के बयान को भी लिया गया है। जिसमें पिंटू ने कहा है कि हेमंत सोरेन के निर्देश पर ही उन्होने उदय शंकर को 8.46 एकड़ जमीन का सत्यापन करने को कहा था।

हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किलें, अभिषेक पिंटू ने दिया धोखा, हेमंत सहित अन्य चार के खिलाफ आरोप तय 

ईडी ने अभिषेक पिंटू से 18 मार्च को पूछताछ की थी और पिंटू का बयान पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज किया था, जिसमें उन्होने स्वीकार किया था कि वो उदय शंकर को जानते है जो सीएमओ में तैनात अधिकारी है। पिंटू ने अपने बयान में कहा कि उन्हे याद है कि उन्होने हेमंत सोरेन के निर्देश पर बड़गाई में 8.86 एकड़ संपत्ति की जानकारी प्राप्त करने और सत्यापन करने का निर्देश दिया था ।उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने व्हाट्सएप पर उदय शंकर को सत्यापन के लिए दो और संपत्तियां दी थीं, जो हेमंत सोरेन और उनके परिवार की थी ।ईडी ने पिंटू ने उनके और उदय शंकर के बीच 12 अक्टूबर 2022 को हुई व्हाट्सएप चैट दिखाई गई ।जिसमें पिंटू उदय शंकर को दो संपत्तियों के सत्यापन के लिए निर्देश दिया था।

64 दिनों से न्यायिक हिरासत में हैं हेमंत सोरेन
8.46 एकड़ जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पूर्व सीएम को 31 जनवरी की रात गिरफ्तार किया था। तब से लेकर अब तक वो न्यायिक हिरासत में हैं। इस तरह उनके न्यायिक हिरासत में रहते 64 दिन हो चुके हैं। वहीं पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद भी जेल में बंद हैं। बाकी तीन आरोपी (आर्किटेक्ट विनोद सिंह, जमीन के मूल रैयत राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप) को गिरफ्तार नहीं किया गया है। हालांकि, ईडी ने इन तीनों आरोपियों से कई बार पूछताछ कर चुकी है।

चार्जशीट में कई बातों का खुलासा
पीएमएलए कोर्ट में ईडी की ओर से जो चार्जशीट दायर की गई, उसमें स्पष्ट बताया गया है कि हेमंत सोरेन ने गैरकानूनी तरीके से जमीन हासिल की है। इतना ही नहीं, हेमंत ने मामले की जांच के दौरान साक्ष्यों को छिपाने की साजिश की थी। इसके साथ ही अन्य अभियुक्तों को भी संरक्षण दिया। ईडी ने जांच के दौरान जमीन का नक्शा भी बरामद किया, जो आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से मिला था।

जमीन पर होने वाला था बड़ा कंस्ट्रक्शन
मामले की जांच के दौरान ईडी को कई जानकारियां भी मिली। जमीन पर बिजली मीटर के कनेक्शन लगाया गया था। इसको लेकर ईडी ने बिजली विभाग से पूछताछ की थी तो पता चला था कि कनेक्शन हिलेरियस कच्छप के नाम लिया गया है। हिलेरियस कच्छप को इसी वजह से आरोपी बनाया गया है। वहीं, पूर्व सीएम के दोस्त विनोद कुमार इस जमीन पर एक बड़ा निर्माण करवाने वाले थे। इसके लिए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री से कई बार बातचीत की थी। यहां तक की उसका नक्शा भी बनाया था। ईडी की चार्जशीट में इन सभी तथ्यों का उल्लेख किया गया है