झारखंड CGL परीक्षा में गड़बड़ी मामले में आयोग ने शिकायतकर्ताओं को बुलाया, छात्रों का विरोध जारी
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (CGL) में गड़बड़ी की शिकायत करने वाले छह लोगों को आयोग ने अपना पक्ष रखने के लिए आज बुलाया है। इस बैठक को लेकर बड़ी संख्या में छात्र आयोग के कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन इससे पहले ही कार्यालय के आसपास बीएनएस की धारा 163 लगा दी गई है। आयोग ने छात्रों के एकत्र होने को गलत बताया है।
आयोग ने एग्जाम फाइटर कोचिंग के कुणाल प्रताप सिंह और अन्य शिकायतकर्ताओं जैसे आशीष कुमार, प्रकाश कुमार, रामचंद्र मंडल, विनय कुमार और प्रेमलाल ठाकुर को आज दोपहर तीन बजे सबूत के साथ उपस्थित होने के लिए कहा है।
JSSC ने सभी शिकायकर्ताओं को पत्र भेजकर पूछा है कि जब आपकी शिकायत पर जांच चल रही है, तो बिना जांच प्रक्रिया पूरी किए आयोग कार्यालय के पास छात्रों के जमा होने की मंशा क्या है? आयोग ने 21 और 22 सितंबर को पेन-पेपर आधारित परीक्षा आयोजित की थी, जिसके दौरान पूरे राज्य में इंटरनेट बंद रहा।
परीक्षा के बाद, कई उम्मीदवारों ने पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के आरोप लगाए। हजारीबाग और रांची में अभ्यर्थियों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें कैंडल मार्च भी शामिल था। छात्रों ने अपनी शिकायतें राजभवन तक पहुंचाईं, जिसके बाद राजभवन ने जांच के आदेश दिए।
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को गड़बड़ियों से संबंधित साक्ष्य भी सौंपे हैं। आयोग ने संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी और उप सचिव अरविंद कुमार लाल को शामिल करते हुए एक समिति का गठन किया है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।