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झारखंड जल रहा है और मुख्यमंत्री बांसुरी बजा रहे हैं : लोबिन हेम्ब्रम

पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार झारखंड बचाओ मोर्चा के तत्वधान में आठ सूत्री  मांगो  (1)- खतियान आधारित स्थानीय नीति लागु किया जाए और इसे नियोजन, शिक्षा ,व्यापार  ,उधोग ठेका,पट्टा, खनन लीज समेत  सभी क्षेत्रो पर लागु किया जाय । (2)- Cnt Act 1908,Spt Act 1949 जो  संविधान की नौवीं अनुसूचीबद  केंद्रीय कानून को कड़ाई से लागू किया जाये विलकिन्सन रूल(कोल्हान अधिनियम) सख्ती से लागू हो  ।(3)- 9 क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं (संविधान की धारा 350(ए)) में पढ़ाई प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर प्रारंभ हो भाषा अकेडमी कि तत्काल स्थापना किया जाये एवं आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाये । (4)- पी पेशा  जो  1996 में संसद द्वारा पारित है जिसे 6 मार्च 1998 को बिहार राज्य सरकार ने संकल्प पत्र जारी कर लागू कर दिया है (अनुसूचित क्षेत्र)तत्संबंधी  संकल्प पत्र झारखंड सरकार शीघ्र जारी करें । (5)- राज्य में 58 लाख विस्थापित हो चुके हैं एवं लाखो हेक्टेयर भूमि छीन ली गई है इनके साथ इंसाफ हेतु राज विस्थापन आयोग का गठन कर जमीन वापस दिलाई जाये । (6)- झारखंड आंदोलनकारियों का जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए सम्मानजनक तरीके से सम्मान रूप में सभी को लाभान्वित किया जाये । (7)- आउटसोर्सिंग पर की जा रही नियुक्तियों पर अविलम्ब रोक लगाई जाये । (8)- झारखंड में धड़ल्ले से की जा रही जमीन की लूट एवं जमीन की बिक्री पर अविलम्ब रोक लगाई जाये  के समर्थन मे आज विशाल महाधरना राज्यपाल भवन के निकट विधायक सह  झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय मुख्य संयोजक लोबिन हेम्ब्रम के अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय भाषण में हेम्ब्रम ने  कहा कि *आज झारखंड  जल रहा है और मुख्य मंत्री हेमन्त सोरेन बांसुरी बजा रहे है आज आदिवासी मूलवासी समाज  अपने ही राज्य  मे उपेक्षित  होते जा रहे है ।आज झारखंडी समाज  राज्य  की बदहाली पर आंसु बहा रहे है ,जल,जंगल और  जमीन की लूट जारी है । cnt एवं spt act में संसोधन  कर इन कानूनो को कमजोर  करने  में सरकार  लगी हुई  है थाना की बाध्यता  को समाप्त  करने की साजिश  रची जा रही है जिसे झारखंड बचाओ  मोर्चा  किसी भी किमत में बर्दाश्त  नही करेगा। राज्यपाल से समय मांगा गया है जल्द ही मोर्चा  के नेतागण  उनसे भेंट  कर एक  ज्ञापन  सौपनें का कार्य  करेगा अगर उसके बाद  भी हमारी आठ सूत्री  मांग  पर विचार नही किया जाएगा तो हम राष्ट्रपति  का भी दरवाजा खटखटाऐंगें  । जल्द  ही राज्य  के 24  जिलो में झारखंड बचाओ  मोर्चा के बैनर तले झारखंडी समाज के बीच  जाकर  उन सबो के बीच जन जागरण चलाया जाएगा औऱ राज की हालात कों बताया जाएगा तथा  आने वाले दिनों में जो माटी की लड़ाई लड़ रहे हैं वैसे लोगों को विधानसभा में भेजने का अपील करेगा  इस  अवसर पर पूर्व विधायक बहादुर उरांव ने कहा की झारखंड को बचाना अब अति अवश्यक हो गया हैं औऱ य़ह काम झारखंड बचाओ मोर्चा ही कर सकता है । आदिवासी  मूलवासी के केंद्रीय अध्यक्ष राजू महतो  ने कहा कि समय की मांग है कि अब इस बेईमान हेमन्त सरकार को उखाड फेंक कर माटी की सरकार बनानी होगी , झारखंड बचाओ मोर्चा  के केंद्रीय संयोजक विजय शंकर नायक ने कहा कि जिस सपनो को पुरा करने के लिए हेमन्त सरकार को सत्ता दिया गया था आज  वह सपना टुट चुका है और सरकार आदिवासी समाज के साथ धोखा करने का कार्य कर रही है इसलिए इस बार कोइ  पार्टी नहीं झारखंडी जनता माटी की सरकार बनाए जो उनके देखे गये सपनों को पूरा कर सके,पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंंगा ने कहा की आइये लोबीन दा के हाथो को मजबुत करे और झारखंड को बचाए,   एल.एम,उरांव ने कहा की यह सरकार झारखंडी समाज के हक और अधिकारो पर डकैती करने का कार्य कर रही है , सुशांतो मुखर्जी ,नरेश मुर्मू , अजीत  उरांव, विश्वजीत शाहदेव, सोमेश्वर उरांव, इकबाल  हुसैन,राजेश महतो,प्रफुल किडो,मथियस  कुल्लू, शिबु होरो,इसीदोर केरकेट्टा, कुलवंत,पी केरकेट्टा, इगनियुश मिंज,सुरेश भगत,सुनीत भगत,सुरेश सोय,बिरंगी तिग्गा, एल.के सोनी, ने अपने विचार  व्यक्त  किए  । उक्त  महाधरना में सुशील बारला, गणेश दास,सर्जन  हांसदा,मुकुल नायक, बाबु लाल महतो,करमु मुण्डा,कुशल मुण्डा, कितु हेम्ब्रम, विक्टर  कुमार, मलतो, एंव  राज्य  के सभी जिलो से हजारो की संख्या  में झारखंड बचाओ  मोर्चा के नेता एवं कार्यकर्त्ता तथा विभिन्न संघठन के नेता लोग उपस्थित थे ।