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भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहा उत्तर सिक्किम, झारखंड के दर्जनों सैलानी फंसे, सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तर सिक्किम में लगातार हो रही मूसलधार बारिश और भूस्खलन के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। झारखंड के कई पर्यटक इस आपदा में फंस गए हैं, हालांकि सभी सुरक्षित हैं और उन्हें स्थानीय होटलों में ठहराया गया है। लाचेन और लाचुंग जैसे पर्यटन स्थलों पर झारखंड की महिलाएं – विभा, अंजू कुमारी, श्रुति, तृप्ति और पुष्पांजलि समेत कई अन्य यात्री अभी भी मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
सड़कें टूटीं, पुल बह गए
सिक्किम के मंगन जिले में लगातार तीसरे दिन भी तेज बारिश हुई, जिससे कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। फिदांग ब्रिज और संगकलांग बैली ब्रिज को तीव्र तीस्ता नदी की धारा से भारी नुकसान हुआ है। जेम्मा अप्रोच रोड भी नदी की चपेट में आ गया, जिससे वैकल्पिक मार्गों से भी आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है। अब तक 13 ग्राम पंचायत इकाइयों का संपर्क राज्य के अन्य हिस्सों से पूरी तरह कटा हुआ है।
सैकड़ों सैलानी फंसे, सेना और प्रशासन अलर्ट
लाचेन में लगभग 112 और लाचुंग में करीब 1,350 पर्यटक फंसे हुए हैं। बीआरओ (बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन) की टीमें चुंगथांग और थींग टनल के रास्ते को खोलने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं। हालांकि थींग के पास बड़ी चट्टानों ने रास्ता अवरुद्ध कर रखा है, जिन्हें हटाने की कोशिश जारी है। मंगन के उपायुक्त अनंत जैन ने संबंधित अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
झारखंड सरकार की पहल, टोल फ्री नंबर जारी
उत्तर सिक्किम में फंसे झारखंड के पर्यटकों की मदद के लिए राज्य सरकार ने विशेष सहायता दल का गठन किया है और एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है ताकि सभी नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सके। जरूरत का सामान, खासकर भोजन और दवाइयां, पर्यटकों तक पहुंचाई जा रही हैं।
सेना पर भी टूटा पहाड़, तीन जवान शहीद
रविवार को तेज बारिश के बाद एक सेना के कैंप पर भूस्खलन हो गया, जिसमें तीन जवानों की मृत्यु हो गई है। अभी भी नौ जवान लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। सेना ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर सक्रिय हो गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी, चुनौतीपूर्ण हालात
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है, जिससे राहत और बचाव अभियान और भी कठिन हो सकता है। प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
उत्तर सिक्किम में बिगड़ते हालात पर केंद्र और राज्य सरकार की नजर बनी हुई है और सभी एजेंसियां समन्वय में राहत कार्य कर रही हैं। फिलहाल प्राथमिकता फंसे हुए लोगों की सुरक्षा और सुरक्षित निकासी है।