पहलगाम हमले के बाद सैन्य रणनीति में बड़ा फेरबदल, सेना और वायुसेना में नई जिम्मेदारियां तय

पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न हुए तनावपूर्ण हालातों के बीच भारतीय सशस्त्र बलों में कई अहम बदलाव किए गए हैं। वायुसेना, थलसेना और संयुक्त कमान में नए वरिष्ठ अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी बनेंगे नए वाइस चीफ
एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी को भारतीय वायुसेना का अगला वाइस चीफ नियुक्त किया गया है। वे 1 मई से एयर मार्शल सुजीत पुष्पाकर धारकर का स्थान लेंगे, जो 30 अप्रैल को अपने 40 वर्षों के सेवा कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
तिवारी इस समय साउथ वेस्टर्न एयर कमांड के प्रमुख हैं। इससे पहले वे वायुसेना मुख्यालय में डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ भी रह चुके हैं। एनडीए पुणे से पढ़ाई की और नेशनल डिफेंस कॉलेज, दिल्ली से प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल हासिल किया। वर्ष 1986 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल हुए और 3600 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव रखते हैं। कारगिल युद्ध के दौरान उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।

नॉर्दन आर्मी कमांड की कमान प्रतीक शर्मा को
भारतीय सेना के उत्तरी कमान के नए कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा होंगे। वे लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार का स्थान लेंगे। नॉर्दन कमान के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) और लद्दाख की चीन सीमा की सुरक्षा का दायित्व शामिल है।
प्रतीक शर्मा नवंबर 2024 से सेना में डिप्टी चीफ (स्ट्रैटेजी) के तौर पर कार्यरत हैं। 1987 में मद्रास रेजिमेंट से करियर की शुरुआत की थी। वे 25वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 80 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर और डीजीएमओ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के नए चीफ होंगे एयर मार्शल दीक्षित
तीनों सेनाओं की समन्वय संस्था IDS (इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ) के नए प्रमुख के रूप में एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित नियुक्त किए गए हैं। वे लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू की जगह लेंगे, जो 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं।
दीक्षित वर्तमान में प्रयागराज में स्थित सेंट्रल एयर कमांड के कमांडर हैं। मिराज-2000 के अनुभवी पायलट हैं और 3300 से ज्यादा घंटे की उड़ान भर चुके हैं। वे ऑपरेशन रक्षक और ऑपरेशन सफेद सागर जैसे अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।