Movie prime

कर्नाटक में NIA की छापेमारी, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े मनोचिकित्सक और पुलिसकर्मी समेत तीन गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कर्नाटक के बेंगलुरु और कोलार जिलों में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक जेल में तैनात मनोचिकित्सक, एक सिटी आर्म्ड रिजर्व (सीएआर) पुलिसकर्मी और एक फरार आरोपी की मां शामिल हैं। इन पर आरोप है कि ये जेल में बंद कैदियों को उग्रवाद की ओर प्रेरित कर रहे थे।

एनआईए ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस कार्रवाई की जानकारी दी, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर भी साझा किया गया। एजेंसी ने बताया कि उसने बेंगलुरु और कोलार जिलों में कुल पांच स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान परप्पाना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में कार्यरत डॉ. नागराज (मनोचिकित्सक), सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) चान पाशा, और भगोड़े आरोपी जुनैद अहमद की मां अनीस फातिमा को हिरासत में लिया गया।


क्या बरामद हुआ छापेमारी में?
एनआईए को तलाशी के दौरान इन लोगों के घरों से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज, नकदी, सोना और संदेहास्पद सामग्री बरामद हुई। यह मामला आरसी-28/2023/एनआईए/डीएलआई के तहत दर्ज है, जिसमें पहले से ही असामाजिक तत्वों से हथियार, विस्फोटक, गोला-बारूद और दो वॉकी-टॉकी की बरामदगी हो चुकी है।

आतंकी साजिश का खुलासा
जांच में पता चला कि यह समूह बेंगलुरु में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। लश्कर-ए-तैयबा के मकसद को आगे बढ़ाने के लिए डॉ. नागराज, जो जेल में कार्यरत हैं, आतंकवाद के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी टी. नसीर तक मोबाइल फोन तस्करी के जरिए पहुंचा रहा था। इस साजिश में एक महिला पवित्रा भी शामिल थी, जो नागराज को सहयोग कर रही थी।

जांच में सामने आया कि अनीस फातिमा, जो फरार आरोपी जुनैद अहमद की मां हैं, अपने बेटे के निर्देशों पर टी. नसीर को जेल में आर्थिक सहायता पहुंचाने में मदद कर रही थीं। इसी के तहत उनके घर की भी तलाशी ली गई।

पुलिसकर्मी की भूमिका
एएसआई चान पाशा पर आरोप है कि वर्ष 2022 में उन्होंने पैसों के बदले टी. नसीर की कोर्ट में पेशियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा की थी। एनआईए के अनुसार, इस पूरे नेटवर्क में नौ आरोपी शामिल हैं, जिनके खिलाफ यूएपीए, आईपीसी, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम के तहत पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। इनमें से जुनैद अहमद अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।