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76 वर्ष के हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, PM मोदी समेत कई नेताओं ने दी बधाई

 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को 76 वर्ष के हो गए. उनके जन्मदिन के मौके पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की मुबारकबाद पेश करते हुए अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की. 

आपको बता दे कि उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट किया, "भारत के माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आज उनके जन्मदिन पर मेरी हार्दिक बधाई. वह अपनी सादगी, उच्च नैतिकता और उल्लेखनीय दृष्टि के लिए जाने जाते हैं. मेरी कामना है कि उन्हें अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और राष्ट्र की सेवा कई और वर्षों तक करने का आशीर्वाद मिले."

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुआ लिखा कि, राष्ट्रपति को जन्मदिन की मुबारकबाद, उन्होंने अपने विनम्र व्यक्तित्व की वजह से पूरे देश को अपना मुरीद बना लिया है. समाज के गरीब और वंचित लोगों को मजबूत बनाने पर उनका ध्यान अनुकरणीय है. वह एक लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें.” 

बता दे रामनाथ कोविंद का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में परौंख गांव में हुआ था. एक बेहद साधारण परिवार में 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था. रामनाथ कोविंद का जन्म उस भारतवर्ष में हुआ था जो अंग्रेजों का गुलाम हुआ करता था. एक दलित परिवार में जन्में रामनाथ कोविंद का जीवन व उनका सफर भी मुश्किलों से भरा पड़ा था. कठिनाइयों और चुनौतियों के होने के बावजूद उनके परिवार ने रामनाथ कोविंद को पढ़ाया लिखा.

इस शिक्षा का परिणाम यह हुआ कि सारी तकलीफों को एक किनारे रखते हुए रामनाथ कोविंद ने सर्वोच्च न्यायालय में अपनी वकालत शुरू की. गरीबी के कारण बचपन में रामनाथ कोविंद पढ़ाई करने के लिए 6 किमी तक पैदल चलकर जाते और 6 किमी वापस पैदल चलकर आते थे. रामनाथ कोविंद के गांव वाले उनकी दरियादिली के कायल हैं और उनकी काबिलियित पर भी उन्हें गर्व है. सर्वोच्च न्यायालय में वकालत कर रहे रामनाथ कोविंद बड़े व नामी वकील हुए. इसके बाद इन्हें बिहार का राज्यपाल बना दिया गया. बता दें कि रामनाथ कोविंद के पास आज भी संपत्ति के नाम पर कुछ नहीं है. वहीं गांव में मौजूद अपने घर को भी उन्होंने दान कर दिया है.

इतना ही नहीं राजनीति में रामनाथ कोविंद की एंट्री साल 1994 में हुई. इस दौरान वे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने जाते हैं. वे साल 2006 से दो बार राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं. पेश से वकील रामनाथ कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है. बता दें कि वे पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव भी रह चुके हैं. वहीं वे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं. रामनाथ कोविंद भाजपा दलित मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.