‘जो व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ है, वह न जाने क्यों...’, CM नीतीश कुमार पर RJD सांसद सुधाकर सिंह का निशाना
Feb 19, 2025, 11:37 IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'प्रगति यात्रा' पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सांसद सुधाकर सिंह ने तीखा हमला बोला है. बक्सर से सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के शासन में रहना पूरे राज्य का अपमान है, जो व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर और अस्वस्थ है, वह न जाने क्यों घूम रहा है. शायद वह अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में प्रायश्चित की यात्रा पर है. उनके इस तरह के सार्वजनिक भ्रमण से राज्य की जनता को कोई लाभ नहीं हो रहा है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का यह भ्रमण सिर्फ दिखावा है. बिहार की जनता को बदलाव और विकास की आवश्यकता है, जो इस तरह की यात्रा से संभव नहीं हो सकता. RJD सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके द्वारा अपने क्षेत्र में 600 करोड़ रुपये का स्टेडियम बनवाया गया. पिछले 20 साल में बिहार का एक-तिहाई पैसा केवल नालंदा में खर्च किया गया है. कैमूर जिले को इस दौरान कोई महत्वपूर्ण परियोजना या विकास नहीं मिला.
सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने कैमूर के लिए 350 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का ऐलान किया, लेकिन यह राशि सिर्फ हवा-हवाई साबित हुई है. यह सिर्फ एक दिखावा है, जिसका कोई वास्तविक असर जमीन पर नहीं पड़ा है. उन्हें राज्य के अन्य हिस्सों में भी उतना ही ध्यान देना चाहिए, जितना वह अपने क्षेत्र में देते हैं

बता दें कि मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान कैमूर जिले में 345.50 करोड़ रुपये की लागत की 169 विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. भ्रमण के दौरान कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के भरखर गांव में विकास योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया. भरखर में पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण, प्राथमिक विद्यालय भरखर के जीर्णोद्धार कार्य एवं आंगनबाड़ी केंद्र के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया तथा ब्रह्म बाबा स्थान के सामने तालाब में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत निर्माण कराए गए छठ घाट का उद्घाटन किया.
इसके साथ मुख्यमंत्री ने महादलित सामुदायिक भवन का भी उद्घाटन किया. कैमूर के अधौरा प्रखंड में प्रस्तावित डिग्री कॉलेज के स्थल का निरीक्षण किया तथा नवनिर्मित स्टेडियम एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया. इसके पश्चात् करकटगढ़ जलप्रपात का निरीक्षण कर उसे ईको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया.