झारखंड भाजपा ने जिला चुनाव अधिकारी और सह चुनाव अधिकारियों की सूची जारी की, यहां देखें लिस्ट

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी और सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा ने संगठन पर्व के तहत ज़िलों में चुनावी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिला चुनाव अधिकारियों (DRO) और सह चुनाव अधिकारियों (Co-DRO) की सूची जारी कर दी है। इस सूची में राज्य के सभी 27 सांगठनिक ज़िलों के लिए एक जिला चुनाव अधिकारी और दो सह चुनाव अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
ज़िम्मेदारियों का बंटवारा
घोषित सूची के अनुसार, रांची महानगर में गीता कोड़ा को चुनाव अधिकारी और सुनील साहू एवं ओम प्रकाश को सह चुनाव अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह, रांची ग्रामीण में घूरन राम को चुनाव अधिकारी तथा लक्ष्मण सिंह मुंडा और मनोज चौधरी को सह चुनाव अधिकारी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।

खूंटी जिले में नंद जी प्रसाद को चुनाव अधिकारी तथा संतोष साहू और गंदौरी गुड़िया को सह चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। गुमला में राकेश भास्कर को चुनाव अधिकारी और सविंदर सिंह एवं भैरो सिंह खैरवार को सह चुनाव अधिकारी की जिम्मेदारी मिली है। सिमडेगा में किसलय तिवारी को चुनाव अधिकारी बनाया गया है, जबकि दुर्ग विजय सिंहदेव और श्रद्धानंद बेसरा को सह चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।
लोहरदगा में पवन साहू, पलामू में सुरेश प्रसाद साव, गढ़वा में अमरदीप यादव, चतरा में मनोज महतो बाजपेयी, लातेहार में रामबाबू तिवारी को चुनाव अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। इनके साथ विभिन्न सह चुनाव अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है।
अन्य ज़िलों में नियुक्तियां
हजारीबाग में विनोद सिंह, रामगढ़ में सरोज सिंह, कोडरमा में सुबोध सिंह गुड्डू, गिरिडीह में शशि भूषण भगत, धनबाद महानगर में अमित मंडल और धनबाद ग्रामीण में विनय जायसवाल को चुनाव अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार, बोकारो में चुन्नूकांत, जामताड़ा में बबन गुप्ता, दुमका में शैलेन्द्र सिंह, पाकुड़ में दिलीप वर्मा, साहेबगंज में संजीव जजवाड़े को चुनाव अधिकारी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
देवघर में राज सिन्हा, गोड्डा में अभय सिंह, जमशेदपुर महानगर में मनोज कुमार सिंह, पूर्वी सिंहभूम में आरती कुजूर, पश्चिम सिंहभूम में अशोक शर्मा और सरायकेला-खरसावां में जटाशंकर पांडेय को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। इनके साथ सह चुनाव अधिकारियों की भी तैनाती की गई है।
बीजेपी संगठन पर्व के तहत इन अधिकारियों को ज़िला स्तर पर चुनावी प्रक्रिया को व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने की ज़िम्मेदारी दी गई है। पार्टी की यह पहल सांगठनिक मजबूती के लिहाज से अहम मानी जा रही है।