हेमंत सरकार पर नेता प्रतिपक्ष ने साधा निशाना, कहा- लोकतंत्र में ऐसा आचरण 'मुगलिया शासन' जैसा है
चंपाई सोरेन की जासूसी के आरोपों के चलते हेमंत सरकार पर विपक्ष ने कड़ा हमला बोला है। सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं, और भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने इस मामले को संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि "चंपाई सोरेन की अपनी ही सरकार महीनों से उनकी जासूसी कर रही थी।"
दिल्ली पुलिस द्वारा स्पेशल ब्रांच के दो अधिकारियों को चंपाई सोरेन का पीछा करते हुए पकड़ा गया, जिन्होंने बताया कि उन्होंने उच्च अधिकारियों और राजनेताओं के निर्देश पर यह किया। इस घटना में एक महिला की संलिप्तता भी सामने आई है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है। बाउरी ने इस पर व्यंग्य करते हुए कहा कि "ऐसा तो मुगल काल में होता था जब सत्ता के लिए अपने ही परिवार को बलि चढ़ा दिया जाता था।"
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाया कि क्या झारखंड में अब एक परिवार संविधान और संस्थानों से भी बड़ा हो गया है? इस पर फिलहाल कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला, लेकिन यह सवाल गहरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच महीनों से चंपाई सोरेन की जासूसी हो रही थी, जो किसी भी मंत्री की निजता का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने इसे मौजूदा सरकार के डर और सत्ता की लालसा का प्रतीक बताया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा आचरण "मुगलिया शासन" जैसा है, जहां सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाया जा सकता है। यह भारत के संविधान में दिए गए निजता के अधिकार का खुला उल्लंघन है। बाउरी ने मांग की कि यह मामला जनता के सामने आना चाहिए और दोषी राजनेताओं और अधिकारियों का नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।